जैसलमेर बस हादसे में बड़ा खुलासा, इस वजह से गई 26 लोगों की जान
punjabkesari.in Friday, Oct 24, 2025 - 07:40 PM (IST)
नेशनल डेस्क: जैसलमेर के थैयात गांव के पास हुए दर्दनाक बस हादसे की फॉरेंसिक रिपोर्ट अब सामने आ चुकी है। जोधपुर और जयपुर की फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की संयुक्त जांच में यह साफ हो गया है कि 14 अक्टूबर को हुई इस भीषण दुर्घटना की वजह बस के एयर कंडीशनिंग (AC) सिस्टम में हुआ शॉर्ट सर्किट था।
रिपोर्ट में बताया गया कि बस के अंदर किसी भी तरह के विस्फोटक या पटाखे नहीं थे। हादसे के बाद यह आशंका जताई जा रही थी कि आग पटाखों से लगी होगी, लेकिन वैज्ञानिक जांच ने इन अटकलों को खारिज कर दिया।
कैसे लगी आग?
फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक, बस की छत पर लगे AC यूनिट की वायरिंग सीधे इंजन से जुड़ी थी। जब वायरिंग में शॉर्ट सर्किट हुआ, तो उससे उठी चिंगारी ने धुआं और कार्बन मोनोऑक्साइड पैदा की। यात्रियों की सांस रुकने लगी, और जब किसी ने खिड़की तोड़ने की कोशिश की, तो अचानक मिली ऑक्सीजन की वजह से आग और भड़क गई।
रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया कि बस के टायर, फ्यूल टैंक और निचला हिस्सा सुरक्षित था- यानी आग बस के ऊपरी हिस्से से ही शुरू हुई थी। जांचकर्ताओं ने बताया कि यात्रियों के सामान में पाए गए पटाखे पानी में भीगे हुए थे और उनका हादसे से कोई संबंध नहीं था।
सुरक्षा में गंभीर लापरवाही
जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे ने बताया कि जांच में सुरक्षा मानकों की भारी अनदेखी सामने आई है। बस में एसी बाद में फिट कराया गया था, जिसकी वायरिंग मानक नियमों के अनुसार नहीं थी।
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि बस से निकलने का केवल एक ही दरवाजा था, और शॉर्ट सर्किट के बाद वह लॉक हो गया — जिससे यात्री अंदर फंस गए।
गिरफ्तारी और कार्रवाई
प्रशासन ने बताया कि इस घातक लापरवाही के बाद बस मालिक, ड्राइवर और बॉडी निर्माता को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अगर सुरक्षा नियमों का पालन किया गया होता, तो 26 निर्दोष जिंदगियाँ इस दर्दनाक हादसे का शिकार नहीं बनतीं।
