इजरायली रक्षा मंत्री का बड़ा दावा, ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई है ''मॉर्डन हिटलर'' और अब उनका अस्तित्व खत्म करना होगा
punjabkesari.in Friday, Jun 20, 2025 - 11:45 AM (IST)

नेशनल डेस्क : इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष लगातार गंभीर होता जा रहा है। इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि इजरायल ईरान के सभी परमाणु ठिकानों पर हमला कर सकता है और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन का स्वागत किया जाएगा। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने भी ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई पर तीखा हमला किया है। उन्होंने उन्हें 'मॉर्डन हिटलर' करार दिया और कहा कि उनका अस्तित्व अब खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने ईरानी शासन को 'मानवता के लिए खतरा' बताया।
नेतन्याहू ने गुरुवार, 19 जून को साफ किया कि ईरान के खिलाफ जो भी कदम उठाए जाएंगे, वे इजरायल की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा, 'अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वही करेंगे जो अमेरिका के लिए सही है, और मैं वही करूंगा जो इजरायल के लिए सही होगा।' नेतन्याहू का मानना है कि इजरायल और ईरान के बीच यह टकराव दुनिया की दिशा बदल सकता है।
मिसाइल लॉन्चर्स तबाह करने का दावा
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने यह भी दावा किया कि इजरायल ने ईरान के आधे से ज्यादा मिसाइल लॉन्चर्स को नष्ट कर दिया है। उन्होंने दक्षिणी इजरायल के सोरोका मेडिकल सेंटर का दौरा करते हुए कहा, 'हमारे हमले इतने सटीक हैं कि कोई भी नहीं बच सकता। हमारी नजर हर उस व्यक्ति और ठिकाने पर है जो इजरायल के लिए खतरा है।' नेतन्याहू ने इस दौरान संकेत दिए कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई भी इजरायल के संभावित निशानों में शामिल हो सकते हैं।
ईरानी हमले और इजरायली जवाब
ईरान ने बीते दिनों इजरायल के कई इलाकों में मिसाइल और ड्रोन से हमले किए, जिनमें तेल अवीव और दक्षिणी इजरायल के क्षेत्र शामिल थे। इन हमलों में सैकड़ों लोग घायल हुए और कई नागरिक ठिकानों को नुकसान पहुंचा। अस्पताल, रिहायशी इलाके और सार्वजनिक स्थानों पर हमले किए गए। इसके जवाब में इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य अड्डों पर हवाई हमले किए। एक अमेरिकी मानवाधिकार संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, इन जवाबी हमलों में अब तक 639 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 263 आम नागरिक हैं। वहीं इजरायल में भी अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है और कई सौ लोग घायल हुए हैं।
संघर्ष की गंभीरता बढ़ी
दोनों देशों के बीच यह तनाव अब सिर्फ एक सीमित संघर्ष नहीं रह गया है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बनता जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संगठन इस तनाव को खत्म करने के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ज़मीनी हालात बेहद संवेदनशील बने हुए हैं।