क्या रात में भी छत पर फहरा सकते हैं तिरंगा? पहले जान लें ये जरूरी बातें

punjabkesari.in Thursday, Jul 24, 2025 - 02:35 PM (IST)

नेशनल डेस्क। 15 अगस्त 2025 को भारत अपना स्वतंत्रता दिवस मनाएगा और इस राष्ट्रीय पर्व पर देशभर में लोग पूरे उत्साह के साथ तिरंगा फहराकर अपनी देशभक्ति का प्रदर्शन करते हैं। हालांकि क्या आप जानते हैं कि हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को फहराने के लिए कुछ सख्त नियम बनाए गए हैं? ये नियम भारतीय ध्वज संहिता, 2002 और राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 के तहत आते हैं। खासकर रात में तिरंगा फहराने को लेकर लोगों के मन में अक्सर सवाल रहते हैं। आइए आज हम उन्हीं नियमों को विस्तार से समझते हैं।

रात में तिरंगा फहराने का नियम: क्या हुआ है बदलाव?

पहले भारतीय ध्वज संहिता में यह नियम था कि तिरंगा केवल सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही फहराया जा सकता है। यानी सूरज डूबने के बाद तिरंगे को उतारना अनिवार्य था।

लेकिन भारतीय ध्वज संहिता 2002 में 2022 को हुए महत्वपूर्ण संशोधन के बाद अब नागरिकों को रात में भी तिरंगा फहराने की अनुमति दे दी गई है। यह एक बड़ा बदलाव है जिसने तिरंगे को लेकर लोगों के उत्साह को और बढ़ा दिया है।

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हालांकि रात में तिरंगा फहराने के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण शर्त है। उचित रोशनी की व्यवस्था होनी चाहिए। इसका मतलब है कि झंडा पूरी तरह से स्पष्ट रूप से दिखाई देना चाहिए और उसकी गरिमा हर हाल में बनी रहनी चाहिए। अंधेरे में झंडा फहराना उसकी गरिमा का अपमान माना जाएगा।

तिरंगा फहराने के अन्य महत्वपूर्ण नियम

राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा बनाए रखने के लिए कुछ अन्य अनिवार्य नियम भी हैं जिनका पालन करना हर भारतीय का कर्तव्य है:

➤ रंगों का क्रम: तिरंगे को हमेशा केसरिया रंग ऊपर और हरा रंग नीचे रखकर ही फहराया जाना चाहिए। झंडे को उल्टा फहराना राष्ट्रीय ध्वज का अपमान माना जाता है।

➤ झंडे की स्थिति: झंडा कटा-फटा, गंदा या फीका नहीं होना चाहिए। हमेशा स्वच्छ और सही स्थिति वाला झंडा ही फहराएं।

➤ झुकाने की मनाही: तिरंगे को ना तो जमीन पर रखा जाना चाहिए और ना ही इसे झुकाया जाना चाहिए। यह हमेशा सम्मानपूर्वक सीधा खड़ा रहना चाहिए।

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➤ अन्य झंडों से ऊंचाई: राष्ट्रीय ध्वज को हमेशा अन्य झंडों से ऊंचा फहराया जाना चाहिए। कोई भी अन्य झंडा राष्ट्रीय ध्वज से ऊपर या उसके बराबर नहीं होना चाहिए।

➤ छत पर फहराते समय: अगर आप अपनी छत पर तिरंगा फहरा रहे हैं तो यह सुनिश्चित करें कि वह एक सम्मानजनक स्थान पर हो और हवा में स्वतंत्र रूप से लहरा सके। उसे किसी चीज से ढकना या बांधना नहीं चाहिए।

➤ उपयोग की सीमा: तिरंगे का उपयोग सजावट, परदा या कपड़े के रूप में नहीं किया जा सकता। इसे किसी वस्तु को ढकने या लपेटने के लिए भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।

➤ पानी में डुबाना नहीं: झंडे को पानी में नहीं डुबाया जाना चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर आइए हम सब इन नियमों का पालन करें और पूरी गरिमा के साथ अपने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का सम्मान करें।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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