NIT जालंधर में मीडिया के साथ संवाद सत्र, पंजाब की सांस्कृतिक विरासत और NEP पर चर्चा

punjabkesari.in Saturday, Dec 07, 2024 - 02:59 PM (IST)

नई दिल्ली: एनआईटी जालंधर ने भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी), आंध्र प्रदेश द्वारा पंजाब में आयोजित प्रेस टूर में मीडिया प्रतिनिधियों के साथ एक संवाद सत्र आयोजित किया। इस टूर का उद्देश्य सरकारी नीतियों के प्रति सार्वजनिक जागरूकता और भागीदारी को बढ़ावा देकर बेहतर शासन सुनिश्चित करना था।

मीडिया प्रतिनिधियों की एनआईटी जालंधर यात्रा का मुख्य केंद्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के प्रभाव और प्रगति पर चर्चा करना था। प्रतिनिधित्व  में पीआईबी आंध्र प्रदेश के दो अधिकारी और लगभग दस पत्रकार शामिल थे, जिनका नेतृत्व पीआईबी विजयवाड़ा के ADG श्री राजेंद्र चौधरी ने किया। इस कार्यक्रम में प्रो. अजय बंसल (रजिस्ट्रार, एनआईटी जालंधर), प्रो. रमन बेदी (डीन एकेडमिक्स), प्रो. अनिश सचदेवा (डीन स्टूडेंट वेलफेयर), प्रो. रोहित मेहरा (डीन रिसर्च एंड कंसल्टेंसी), प्रो. सुभाष चंद्र (डीन प्लानिंग एंड डेवलपमेंट), प्रो. ममता खोसला (डीन इंडस्ट्री एंड इंटरनेशनल अफेयर्स) और संस्थान के अन्य फैकल्टी सदस्य शामिल थे।
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अजय बंसल ने मीडिया की भूमिका को रेखांकित किया
संवाद सत्र की शुरुआत प्रो. अजय बंसल (रजिस्ट्रार) के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में मीडिया की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने पंजाब की सांस्कृतिक विरासत की महिमा पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने पिछले वर्ष में एनआईटी जालंधर की हालिया उपलब्धियों को भी उजागर किया। संस्थान ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग एशिया 2025 में 661-680 की प्रभावशाली रैंकिंग हासिल की है। संस्थान के फैकल्टी ने प्रसिद्ध पत्रिकाओं में शोध पत्र प्रकाशित कर और करोड़ों की फंडिंग प्राप्त कर अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। संस्थान को HEFA के तहत बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 240 करोड़ रुपये की फंडिंग भी मिली है।

राजेंद्र चौधरी ने NEP की भूमिका पर विचार साझा किए
मीडिया प्रतिनिधियों को संस्थान के फैकल्टी सदस्यों द्वारा सम्मानित किया गया। पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराने के लिए भंगड़ा प्रदर्शन का आयोजन किया गया। पीआईबी विजयवाड़ा के ADG श्री राजेंद्र चौधरी ने सभा को संबोधित किया और छात्रों की रचनात्मकता को बढ़ावा देने में NEP की भूमिका पर अपने विचार साझा किए। संस्थान के डीन एकेडमिक्स, प्रो. रमन बेदी ने NEP की नीतियों के संबंध में एनआईटी जालंधर द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। एनआईटी जालंधर ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शिक्षा की गुणवत्ता और अवसरों को बढ़ाने के लिए प्रमुख पहल लागू की हैं। संस्थान बी.टेक विद रिसर्च, बी.टेक विद माइनर्स, इंटीग्रेटेड बी.एससी.-बी.एड., और आईआईएम अमृतसर के सहयोग से इंटीग्रेटेड मीडिया प्रतिनिधियों को संस्थान के फैकल्टी सदस्यों द्वारा सम्मानित किया गया।

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आईआईटी मद्रास में प्रत्यक्ष पीएचडी प्रवेश और सभी धाराओं के लिए खुले एम.टेक कार्यक्रम अकादमिक रास्तों को और विस्तृत करते हैं। संस्थान ने उद्योगों और संगठनों जैसे इसरो के साथ 29 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे नवाचार और सहयोग को बढ़ावा मिला है। इसके अतिरिक्त, छात्र आईआईएम विशाखापत्तनम के साथ साझेदारी के माध्यम से डिप्लोमा और एमबीए कार्यक्रमों का भी लाभ उठा सकते हैं।

एनआईटी जालंधर ने अपनी शैक्षणिक और अनुसंधान लक्ष्यों के अनुरूप प्रभावशाली परियोजनाएं शुरू की हैं। एक महत्वपूर्ण पहल में गुरुमुखी और रोमन लिपियों के लिए एक मजबूत दस्तावेज़ छवि विश्लेषण और द्विभाषी पहचान प्रणाली का विकास शामिल है, जिसे संचार और आईटी मंत्रालय द्वारा प्रायोजित किया गया है। डीप लर्निंग का उपयोग करके लिपि पहचान, भारतीय सांकेतिक भाषा की पहचान, और भारतीय भाषाओं के लिए छवि कैप्शनिंग पर शोध इसके क्षेत्रीय और तकनीकी प्रगति पर ध्यान केंद्रित करने को दर्शाता है।

बिनोद कनौजिया ने मीडिया प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दीं
संवाद सत्र का समापन डॉ. ए.के. चौधरी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। मीडिया प्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा में भाग लिया। एनआईटी जालंधर के निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया ने मीडिया प्रतिनिधियों को उनके प्रेस टूर के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं और संस्थान के दौरे के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।

 


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Content Editor

rajesh kumar

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