Momo Lovers हो जाएं सावधान! कहीं आपके भी पसंदीदा मोमो में तो नहीं मिलाया जा रहा ज़हर, प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए...

punjabkesari.in Wednesday, Nov 05, 2025 - 12:01 PM (IST)

नेशनल डेस्क। भारत में सबसे लोकप्रिय स्ट्रीट फूड बन चुके मोमो पर एक गंभीर खतरा मंडरा रहा है। मध्य प्रदेश के इंदौर से एक ताज़ा मामला सामने आया है जहां मोमो में तय सीमा से ज़्यादा अजीनोमोटो मिलाए जाने के कारण एक अवैध प्लांट को बंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मोमो में होने वाली यह अवैध मिलावटखोरी खासकर गर्भवती महिलाओं और 12 साल से कम उम्र के बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है।

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इंदौर में मोमो प्लांट पर कार्रवाई

इंदौर में मिलावट के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत मंगलवार को यह बड़ी कार्रवाई की गई। खातीपुरा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मोमो बनाने वाले एक प्लांट पर चेकिंग की गई। यह प्लांट कई जगहों पर मोमो की आपूर्ति कर रहा था। जांच में पता चला कि प्लांट में मोमो तैयार करते समय स्वीकृत मात्रा से बहुत ज़्यादा अजीनोमोटो मिलाया जा रहा था। अधिकारियों ने तुरंत इस प्लांट को अगले आदेश तक बंद करवा दिया है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है।

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क्या होता है अजीनोमोटो (MSG)?

अजीनोमोटो को तकनीकी रूप से 'मोनोसोडियम ग्लूटामेट' कहा जाता है। यह एक स्वाद बढ़ाने वाला तत्व (Flavour Enhancer) है जिसे विशेष रूप से चाइनीज आइटम्स और तमाम अन्य व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है ताकि खाने का स्वाद बढ़ जाए। खाने की चीज़ों में अजीनोमोटो डालने की एक तय सीमा होती है लेकिन मुनाफे के लालच में तमाम लोग इस नियम का उल्लंघन करते हैं और तय सीमा से ज़्यादा MSG डालते हैं।

 

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स्वास्थ्य पर गंभीर असर

अधिकारियों का कहना है कि अजीनोमोटो का तय मात्रा से ज़्यादा इस्तेमाल करने से कुछ लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। गर्भवती महिलाएं और 12 वर्ष से कम आयु के बच्चे इस मिलावट से सबसे ज़्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

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प्लांट में गंदगी और लाइसेंस की कमी

कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने प्लांट में अन्य गंभीर अनियमितताएं भी पाईं। मोमो के प्लांट परिसर में स्वच्छता (Hygiene) का बिल्कुल खयाल नहीं रखा गया था और कच्चे माल को सही तरीके से स्टोर नहीं किया गया था। प्लांट के पास मोमो बनाने के लिए कोई लीगल लाइसेंस भी नहीं था।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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