Victory Day Parade: रूस में भारतीय सैनिकों ने चीनी रक्षामंत्री को दिखाया पराक्रम

punjabkesari.in Wednesday, Jun 24, 2020 - 04:46 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः रूस की विक्ट्री डे परेड पूरी दुनिया के अलावा भारत के लिए भी बेहद खास रही। इस परेड की अहमियत इस बार इसलिए बढ़ गई क्योंकि गलवान में भारत का पराक्रम देखने के बाद चीन और हिंदुस्तान दोनों देशों के रक्षा मंत्री और दोनों देशों की सेनाओं का दल भी इस परेड में शामिल हुए। हांलाकि चीन का सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स दुष्प्रचार फैलाने से बाज नहीं आया> ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया था कि चीन के रक्षामंत्री फेंग्हे और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मॉस्को में मुलाकात होगी, लेकिन भारत ने ऐसी किसी भी मुलाकात से  साफ इंकार कर दिया था। 

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इस परेड के लिए चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के 105 जवान भेजे गए, जबकि भारत ने मॉस्को में आज जारी परेड के लिए तीनों सेनाओं के 75 सैनिकों का दल भेजा जिसका नेतृत्व कर्नल रैंक के अधिकारी ने किया। गलवान में चीन को सबक सिखाने के बाद आज परेड में भारतीय सेना के दल का जोश बेमिसाल रहा और उनकी कदमताल में चीन को चेतावनी की आवाज भी यकीनन सुनाई दी। बता दें कि हर साल दूसरे विश्व युद्ध में सोवियत संघ की जीत के मौके पर ये विक्ट्री परेड निकाली जाकती है।

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पहले ये परेड मई में निकलनी थी, लेकिन कोरोना संकट की वजह से टल गई। रूस की राजधानी मास्को और सभी बड़े शहरों में हर साल मनाया जाने वाले विक्ट्री डे रूस में उत्सव की तरह मनाया जाता है। पहली विक्ट्री डे परेड 24 जून 1945 को आयोजित की गई थी जो मॉस्को के ऐतिहासिक रेड स्क्वायर पर निकाली गई थी।

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Tanuja

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