आज भारतीय वायुसेना को मिलेगा पहला ट्विन सीटर ट्रेनर एयरक्राफ्ट Tejas, जानें क्या है इसकी खासियत
punjabkesari.in Wednesday, Oct 04, 2023 - 05:25 AM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत का स्वदेशी फाइटर जेट लाइट कॉन्बैट एयरक्राफ्ट तेजस रोज नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। अब इसके ट्रेनर वर्जन को बेंगलुरू में भारतीय वायुसेना को सौंपा जाएगा। टेस्ट के दौरान तेजस का नया अवतार सभी मानकों पर खरा उतरा है। तेजस की निर्माता कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने इसे मील का पत्थर बताया है। इस एलसीए ट्रेनर एयरक्राफ्ट को LT-2501 नाम दिया गया है। इसे लीड-इन फाइटर ट्रेनर यानी LiFT भी कहते हैं। एचएएल बुधवार को बेंगलुरू में भारतीय वायुसेना को ट्विन सीटर ट्रेनर LCA तेजस एयरक्राफ्ट सौंपेगा। इस मौके पर रक्षा राज्य मंत्री अजय भट, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, एचएएल चीफ अनंतकृष्णन मौजूद रहेंगे।
रक्षा अधिकारियों के मुताबिक, वायुसेना और एचएएल के बीच 8 ट्विन सीटर तेजस एयरक्राफ्ट सौंपने का करार हुआ है। तेजस का ट्रेनर वर्जन दो सीटों वाला ट्रेनर विमान है। यह तेजस मार्क 1 और तेजस मार्क1ए फाइटर जेट के साथ एचएएल तेजस के तीन प्रॉडक्ट मॉडलों में से एक है। इसकी लंबाई 13.2 मीटर, चौड़ाई 8.2 मीटर और ऊचाई 4.4 मीटर है। विमान की अधिकतम गति 1.6 मैक है। यह अधिकतम 50,000 मीटर की ऊंचाई तक उड़ सकता है। इसमें हथियार ले जाने के लिए 9 हार्ड प्वॉइन्ट हैं।
भारतीय वायुसेना 60,000 करोड़ रुपये की लागत से 84 सुखोई-30 एमकेआई विमानों को उन्नत बनाने और 97 तेजस मार्क-1ए विमानों की खरीद के लिए 1.15 लाख करोड़ रुपये के सौदे को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। वायुसेना प्रमुख वी.आर. चौधरी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। फरवरी 2021 में, रक्षा मंत्रालय ने वायुसेना के लिए 83 तेजस एमके-1ए विमानों की खरीद के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ 48,000 करोड़ रुपये का करार किया था। 97 अतिरिक्त तेजस मार्क-1ए विमानों की खरीद के बाद वायुसेना के बेडे़ में इन विमानों की कुल संख्या 180 हो जाएगी।
आठ अक्टूबर को वायुसेना दिवस से पहले संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, वायु सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि 60,000 करोड़ रुपये से कुछ अधिक की लागत से 84 सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों को उन्नत बनाने का काम जाएगा। रक्षा मंत्रालय कुल 156 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (एलसीएच) खरीदने के लिए अगले साल एचएएल के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करने पर भी विचार कर रहा है, जिसमें से 66 हेलीकॉप्टर वायुसेना के लिए होंगे। वायुसेना के पास फिलहाल 10 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर हैं। वायुसेना प्रमुख ने कहा, "हमने 83 एलसीए-मार्क 1ए के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। अब हम 97 अतिरिक्त विमान खरीदने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में हैं।” उन्होंने कहा कि इसक अनुबंध का मूल्य 1.15 लाख करोड़ रूपये से कुछ अधिक होगा।