2025 में भारत के ITeS क्षेत्र में 20% रोजगार वृद्धि का अनुमान
punjabkesari.in Tuesday, Mar 25, 2025 - 04:48 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत के ITeS (सूचना प्रौद्योगिकी और सक्षम सेवाएं) क्षेत्र में 2025 में महत्वपूर्ण विस्तार होने की संभावना है। एक रिपोर्ट के अनुसार, रोजगार के अवसरों में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है। "Instahyre Tech Salary Index 2025" के अनुसार, विभिन्न अनुभव स्तरों और क्षेत्रों में वेतन संरचना में बदलाव हो रहे हैं। Instahyre, जो एक ए.आई. आधारित हायरिंग प्लेटफॉर्म है, ने 42,000 से अधिक गुमनाम उम्मीदवार प्रोफाइल और 11,000 से अधिक भर्ती उम्मीदवार इंटरएक्शन से यह जानकारी एकत्र की है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "AI, साइबर सुरक्षा और क्लाउड कंप्यूटिंग में भूमिकाओं में 75 प्रतिशत तक की वृद्धि होने का अनुमान है। इसका कारण है उभरती तकनीकों को अपनाने की बढ़ती दर। इसके अलावा, गिग इकॉनमी और रिमोट वर्क मॉडल भी क्षेत्र की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिससे लगभग 10 प्रतिशत का अनुमानित वृद्धि हुई है। हालांकि, जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ रही है, लगभग 40 प्रतिशत कार्यबल को प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए अपस्किलिंग की आवश्यकता होगी।" रिपोर्ट में विभिन्न क्षेत्रों और अनुभव स्तरों पर वेतन में बदलाव को भी रेखांकित किया गया है।
वेतन संरचना में बदलाव
DevOps पेशेवरों, विशेष रूप से AWS विशेषज्ञों, के वेतन में लगभग 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो रही है, जो सभी अनुभव स्तरों पर लागू है। Frontend डेवलपर्स (0-5 वर्षों के अनुभव वाले) के वेतन में लगभग 1.5 लाख रुपए (LPA) की कमी आई है। हालांकि, अनुभवी Frontend पेशेवर (6 साल से अधिक अनुभव) का वेतन लगभग 4 लाख रुपए बढ़ा है। इसी तरह, मोबाइल डेवलपमेंट और डेटा साइंस में भी शुरुआती करियर के वेतन में दबाव देखा जा रहा है।
बैकएंड स्किल्स
Python को सबसे अधिक वेतन देने वाली बैकएंड स्किल के रूप में पहचाना गया है, जिसमें हर पांच साल में वेतन लगभग दोगुना हो रहा है। Java में भी महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है, जहां फ्रेशर से लेकर दस साल से अधिक अनुभव वाले पेशेवरों का वेतन पांच गुना बढ़ चुका है।
शहरों और रिमोट वर्क के प्रभाव
बेंगलुरु भारत का सबसे बड़ा टैलेंट हॉटस्पॉट बना हुआ है, जो देश की तकनीकी कार्यबल का 35 प्रतिशत हिस्सा है। इसके बाद दिल्ली-एनसीआर और हैदराबाद (दोनों 20 प्रतिशत) हैं। पुणे (15 प्रतिशत) और चेन्नई (10 प्रतिशत) का स्थान है। हालांकि, रिमोट वर्क विकल्प पेशेवरों को गैर-मेट्रो क्षेत्रों में स्थानांतरित होने की अनुमति दे रहे हैं, जिससे कंपनियों के लिए विशेष रूप से AI-चालित भूमिकाओं के लिए टैलेंट पूल का विस्तार हो रहा है।
नॉन-मेट्रो शहरों का उदय
चंडीगढ़, जयपुर, और इंदौर जैसे टियर-2 शहर तेजी से आकर्षक टेक हब बन रहे हैं, जो पारंपरिक मेट्रो क्षेत्रों से बाहर के टैलेंट को आकर्षित कर रहे हैं। साइबर सुरक्षा और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी स्टार्टअप्स की बढ़ती मांग से डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं में भर्ती बढ़ने की उम्मीद है।
स्पेशलाइज्ड स्किल्स की बढ़ती मांग
कंपनियां अब डाइव टेक और AI विशेषज्ञता की मांग को अधिक प्राथमिकता दे रही हैं, जिससे कौशल-आधारित भर्ती विविधता भर्ती लक्ष्यों से अधिक महत्वपूर्ण हो सकती है। Instahyre के सह-संस्थापक सरबोजीत मलिक ने कहा, "जैसे-जैसे संगठन कौशल की बढ़ती मांग के लिए नए भर्ती रणनीतियों को अपनाते हैं, वे पेशेवर जो अपस्किलिंग और विशेषज्ञता में निवेश करेंगे, वे करियर के विकास में सबसे आगे रहेंगे।"