Asia Cup 2025: भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर बोले अनुराग ठाकुर, ना खेले तो टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा

punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 02:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क : एशिया कप 2025 में 14 सितंबर को दुबई में होने वाले भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को लेकर देश में सियासी घमासान मचा हुआ है। विपक्षी दलों ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देते हुए इस मैच को रद्द करने की मांग की है। वहीं, केंद्र सरकार और बीजेपी पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया जा रहा है। दूसरी ओर, बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने मैच खेलने की अनिवार्यता पर जोर दिया है।

अनुराग ठाकुर का बयान: टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, “जब एसीसी या आईसीसी जैसे बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट आयोजित होते हैं, तो देशों के लिए उनमें भाग लेना अनिवार्य होता है। अगर हम ऐसा नहीं करते, तो टूर्नामेंट से बाहर हो जाएंगे और विरोधी टीम को अंक मिल जाएंगे।” उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज खेलने से इनकार किया है और यह नीति तब तक जारी रहेगी जब तक पाकिस्तान भारत पर आतंकवादी हमले बंद नहीं करता।

आम आदमी पार्टी का तीखा हमला
आम आदमी पार्टी (आप) ने इस मैच का कड़ा विरोध जताया है। आप नेता संजीव झा ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना ने हमारी विधवा बहनों का अपमान किया था। एक ऐसी तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें पाकिस्तानी सेना प्रमुख मुनीर को सिंदूर लगाते दिखाया गया। क्या बीजेपी चाहती है कि हम इस अपमान को सहन करें?” उन्होंने सवाल उठाया कि जब प्रधानमंत्री ने कहा था कि “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता,” तो फिर “खून और क्रिकेट” कैसे साथ हो सकता है? झा ने बीसीसीआई और आईसीसी में बैठे बीजेपी नेताओं से पूछा कि क्या वे अपनी बहनों के अपमान के बाद भी क्रिकेट खेलने की वकालत करेंगे।

आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “प्रधानमंत्री जी, पाकिस्तान के साथ यह मैच करवाने की क्या जरूरत थी? पूरा देश कह रहा है कि यह मैच नहीं होना चाहिए। क्या यह फैसला ट्रंप के दबाव में लिया गया है? आखिर कब तक ट्रंप के आगे झुकेंगे?”

शिवसेना (UBT) का विरोध
शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी इस मैच का कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा, “पहलगाम आतंकी हमले के जख्म अभी ताजा हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमने पाकिस्तान को जवाब दिया, लेकिन वे हमले जारी रखते हैं। हमारी सेना हर बार साहस दिखाती है, फिर भी हम उनके साथ क्रिकेट खेल रहे हैं।” ठाकरे ने केंद्र सरकार से सवाल किया, “क्या ऑपरेशन सिंदूर बंद कर दिया गया है? यह देशभक्ति का धंधा है?” उन्होंने बीजेपी पर “हिंदुत्व” को परिभाषित करने की मांग की और कहा कि बालासाहेब ठाकरे ऐसे मैचों के सख्त खिलाफ थे। ठाकरे ने देशवासियों से इस मैच का बहिष्कार करने की अपील की।

ट्रंप के दबाव का आरोप
विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि यह मैच अमेरिकी दबाव के कारण आयोजित किया जा रहा है। ठाकरे ने नीरज चोपड़ा का उदाहरण देते हुए कहा कि एक पाकिस्तानी कोच के साथ काम करने पर उन्हें ट्रोल किया गया, लेकिन अब सरकार पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने को तैयार है। केजरीवाल ने भी इस मुद्दे पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह फैसला ट्रंप के दबाव में लिया गया है।

बीसीसीआई और सरकार का रुख
सूत्रों के अनुसार, बीसीसीआई ने इस मुकाबले को रद्द न करने का फैसला किया है, क्योंकि यह एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है और इसमें भाग न लेने से भारत की वैश्विक छवि प्रभावित हो सकती है। सरकार का तर्क है कि खेल और आतंकवाद को अलग-अलग देखा जाना चाहिए, हालांकि विपक्ष इसे देश की भावनाओं के खिलाफ बता रहा है।


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Content Editor

Shubham Anand

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