भारत या फिर पाकिस्तान! कहां हैं ज्यादा कुंवारी लड़कियां? आंकड़ों में हुआ खुलासा
punjabkesari.in Monday, Jun 16, 2025 - 04:21 PM (IST)

नेशनल डेस्क। दुनिया भर में शादी न करने का ट्रेंड तेज़ी से बढ़ रहा है और यह सिर्फ किसी एक देश या महाद्वीप तक सीमित नहीं है. भारत और पाकिस्तान जिनकी संस्कृति काफी मिलती-जुलती है वहाँ भी यह प्रवृत्ति देखने को मिल रही है. तो आइए जानते हैं कि इन दोनों देशों में से कहाँ महिलाएं शादी करने की बजाय अकेले जीवन जीना ज़्यादा पसंद कर रही हैं.
भारत में बढ़ा 'सिंगल' रहने का आंकड़ा
भारत में अविवाहित युवाओं की आबादी में काफ़ी तेज़ी से इजाफा हुआ है. नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस के आँकड़ों के अनुसार 15 से 29 साल के युवाओं में शादी न करने का ट्रेंड बढ़ा है.
➤ पुरुषों में: साल 2011 में अविवाहित पुरुषों का आँकड़ा 20.8% था जो साल 2019 में बढ़कर 26.1% हो गया.
➤ महिलाओं में: साल 2011 के दौरान यह आँकड़ा 13.5% था वहीं साल 2019 में यह बढ़कर 19.9% पहुँच गया.
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पाकिस्तान में स्थिति ज़्यादा गंभीर: 1 करोड़ से ज़्यादा महिलाएं अविवाहित
अगर पाकिस्तान में शादी न करने के आँकड़ों पर गौर करें तो स्थिति ज़्यादा गंभीर नज़र आती है. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में 1 करोड़ से ज़्यादा ऐसी महिलाएं हैं जिनकी उम्र 35 साल से ज़्यादा हो गई है लेकिन उन्होंने अभी तक शादी नहीं की है.
वहीं ResearchGate पर प्रकाशित एक गुणात्मक अध्ययन में यह पता चला है कि पाकिस्तान में 15 से 49 साल तक की 35% ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने अभी तक शादी नहीं की है. पुरुषों में यह आँकड़ा और भी ज़्यादा है. पाकिस्तान के अंदर शादी न करने वाले पुरुषों का आँकड़ा 49% के आसपास है.
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पाकिस्तान बन रहा 'सिंगल' महिलाओं का गढ़
आँकड़ों के लिहाज़ से देखा जाए तो शादी न करने के ट्रेंड में पाकिस्तान भारत को मात देता नज़र आ रहा है. पाकिस्तान में अकेले रहने का ट्रेंड काफ़ी तेज़ी से बढ़ रहा है. इसके पीछे कई तरह के कारण बताए जा रहे हैं:
➤ आर्थिक आत्मनिर्भरता: महिलाएं अब खुद कमा रही हैं जिससे उन्हें शादी जैसे सामाजिक-सुरक्षा ढांचे की उतनी ज़रूरत महसूस नहीं होती. वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होकर अपने फैसले खुद ले रही हैं.
➤ व्यक्तिगत स्वतंत्रता: कई महिलाएं अपनी निजी ज़िंदगी को ज़्यादा अहमियत दे रही हैं और शादी जैसे किसी बंधन से खुद को दूर रख रही हैं ताकि वे अपनी ज़िंदगी को अपनी शर्तों पर जी सकें.
➤ असफल शादियों का डर: कई महिलाएं अपने आस-पास घरेलू हिंसा, तलाक और असफल शादियों के मामले देखती हैं जिससे उनमें शादी को लेकर डर पैदा होता है.
➤ सामाजिक असुरक्षा और आज़ादी की कमी: पाकिस्तान एक ऐसा देश है जहाँ आज भी महिलाओं को खुलकर जीने की आज़ादी नहीं है. ऐसी कई खबरें सामने आई हैं जहाँ भीड़ ने महिलाओं को घेरकर बदसलूकी की है और यहाँ तक कि कुछ टिक टॉकर्स के कपड़े तक फाड़ दिए गए. ये सामाजिक असुरक्षा और आज़ादी की कमी भी महिलाओं को शादी से दूरी बनाने का एक बड़ा कारण बन रही है.
यह ट्रेंड सिर्फ आँकड़ों तक सीमित नहीं है बल्कि यह इन देशों में बदलती सामाजिक और सांस्कृतिक गतिशीलता को भी दर्शाता है.