भारत-ऑस्ट्रेलिया में हुआ audio-visual सह उत्पादन समझौता,अल्बनीज बोले- India बगैर जलवायु चुनौतियों का समाधान असंभव

punjabkesari.in Saturday, Mar 11, 2023 - 06:03 PM (IST)

 इंटरनेशनल डेस्कः भारत और ऑस्ट्रेलिया ने ध्वनि-दृश्य (ऑडियो-विजुअल) सह उत्पादन समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसमें एक दूसरे के देशों में ध्वनि-दृश्य उत्पादन पर आने वाले व्यय के 30 प्रतिशत तक वित्तीय प्रोत्साहन देने का प्रावधान है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज की भारत यात्रा के दौरान हुए इस करार पर भारत की ओर से सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्र ने और ऑस्ट्रेलिया की ओर से नयी दिल्ली में उसके उच्चायुक्त बैरी ओफैरल ने दस्तखत किए। ऑस्ट्रेलिया 16वां देश है जिसके साथ भारत ने सह निर्माण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे विशेष तौर पर छोटे फिल्म निर्माताओं को लाभ होगा जो एक दूसरे के देश में फिल्म, वेब सीरिज, विज्ञापन की शूटिंग करना चाहते हैं या निर्माण उपारांत कार्य या विजुअल इफेक्ट की सेवा लेना चाहते हैं।  

 
अल्बनीज ने शुक्रवार को  कहा कि भारत ‘ग्लोबल साउथ' में नेतृत्व प्रदान करने की बेहतर स्थिति में है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत को केंद्र में रखे बिना जलवायु चुनौतियों का समाधान नहीं हो सकता है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अल्बनीज ने कहा कि शिक्षा अर्थव्यवस्था को विकसित करने और अवसर पैदा करने के लिए है क्योंकि यह उत्पादकता, नए विचारों और अधिक दक्षता की कुंजी है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत ‘ग्लोबल साउथ' में नेतृत्व प्रदान करने के लिए एक बेहतर स्थिति में है। भारत को केंद्र में रखे बिना जलवायु चुनौतियों का समाधान नहीं हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया अपने स्थान को देखते हुए एक नवीकरणीय ऊर्जा महाशक्ति बन जाएगा। भारत भी बनेगा, और इसलिए सहयोग करने और एक साथ काम करने के लिए बहुत अच्छे अवसर हैं।''

 

अल्बनीज ने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया प्राकृतिक संसाधनों, महत्वपूर्ण पृथ्वी खनिजों से समृद्ध है जो अक्षय ऊर्जा के उत्पादन में मदद कर सकते हैं। इसलिए, यह साझेदारी भारत को बढ़ती ऊर्जा मांगों को पूरा करने में मदद करेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया में (आज) भारत के बारे में नजरिया 1991 की तुलना में बहुत अलग है, जब मैंने पहली बार देश का दौरा किया था।'' अल्बनीज ने कहा कि भारत हिंद महासागर क्षेत्र में एक स्वाभाविक अगुआ है और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत और ऑस्ट्रेलिया स्वाभाविक साझेदार हैं। बेहतर भविष्य के लिए हम एक साथ मिलकर और अधिक प्रयास कर सकते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ भारत और ऑस्ट्रेलिया को न केवल रक्षा और सुरक्षा के मामले में बल्कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भी मजबूत रणनीतिक साझेदार बनने की आवश्यकता है।'' 


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Content Writer

Tanuja

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