कलयुग की हद! 28 दिन की मासूम का 20 हजार में कर दिया सौदा, वजह जानकार हो जाएंगे हैरान

punjabkesari.in Tuesday, Jul 29, 2025 - 11:12 AM (IST)

नेशनल डेस्क। ओडिशा के बोलनगीर जिले के एक छोटे से गांव बागडेरा में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। नीला और कनक राणा नामक एक बेहद गरीब दंपति ने अपनी मात्र 28 दिन की नवजात बेटी को 20 हजार रुपये में बेच दिया। यह घटना आर्थिक तंगी के भयावह चेहरे को उजागर करती है।

आर्थिक तंगी बनी वजह, 20 हजार में सौदा

नीला और कनक राणा दोनों की यह दूसरी शादी थी। नीला की पहली पत्नी से तीन बेटियां थीं और कनक की पिछली शादी से भी एक बेटी थी। ऐसे में पहले से ही बच्चों की परवरिश का बोझ उन पर बहुत ज़्यादा था। रोजमर्रा की ज़रूरतें पूरी करना और घर में खाने-पीने की व्यवस्था करना उनके लिए मुश्किल होता जा रहा था। इसी घोर आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने अपनी नवजात बेटी को पड़ोसी बरगढ़ जिले के पाइकमल क्षेत्र में रहने वाले एक दंपति को 20 हजार रुपये में बेच दिया।

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पुलिस की त्वरित कार्रवाई, बच्ची बरामद

इस सनसनीखेज मामले की खबर जैसे ही पुलिस को लगी वे तुरंत हरकत में आ गए। टिटलागढ़ के उप-मंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) कल्याण बेहरा ने बताया कि बच्ची को पाइकमल के एक घर से सुरक्षित बरामद कर लिया गया है। बच्ची को अब बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को सौंप दिया गया है जहां उसकी देखभाल की जा रही है। कल्याण बेहरा ने कहा, "हमने बच्ची को सुरक्षित बचा लिया है लेकिन अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है इसलिए किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।"

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माता-पिता और खरीदने वाले दंपति के अलग-अलग तर्क

जब नीला और कनक से पूछा गया कि उन्होंने अपनी बच्ची को क्यों बेचा तो नीला ने कहा, "हमने उसे बेचा नहीं। हम चाहते थे कि उसकी बेहतर परवरिश हो। हमारी हालत ऐसी नहीं थी कि हम उसका ध्यान रख सकें।"

दूसरी ओर बच्ची को अपने पास रखने वाले दंपति ने भी खुद को निर्दोष बताया। उनका कहना था, "हमने बच्ची को खरीदा नहीं। हमें दया आई क्योंकि उसके माता-पिता उसकी देखभाल नहीं कर पा रहे थे। हमने उसे सिर्फ मानवता के नाते अपने पास रखा।"

यह घटना गरीबी और बाल तस्करी के बीच के जटिल संबंधों पर गंभीर सवाल खड़े करती है और समाज के सबसे कमज़ोर वर्ग की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर ज़ोर देती है।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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