पॉल्यूशन पर एक्टिविस्ट रिद्धिमा ने PM को लिखा पत्र, कहा- हमारे लिए कुछ सोचिए नहीं तो...

punjabkesari.in Monday, Sep 07, 2020 - 08:21 PM (IST)

नेशनल डेस्कः पर्यावरण की रक्षा करना सबका कर्तव्य है क्योंकि पर्यावरण रहेगा तो सभी स्वच्छ वातावरण में सांस ले सकेंगे। दुनिया में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को लेकर यूएन ने पिछले साल क्लीन एयर डे मनाने का फैसला किया था, जिसके बाद इसको लेकर लोग गंभीर नजर आ रहे हैं। ऐसे ही 12 साल की एक पर्यावरण एक्टिविस्ट रिद्धमा ने इंटरनेशनल एयर डे फॉर ब्लू स्काई के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी। शुद्ध हवा की मांग करते हुए उसने लिखा कि अगर कुछ नहीं किया गया तो एक दिन सभी को ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर चलना पड़ेगा। रिद्धिमा उत्तराखंड के हरिद्वार की रहने वाली हैं।

प्रधानमत्री को लिखे पत्र में रिद्धिमा ने कहा, “यह निश्चित करें कि ऑक्सीजन सिलेंडर की जिंदगी का एक अहम हिस्सा न बनने पाए, जिसे भविष्य में हमें अपने कंधों पर लेकर चलना पड़े। हवा इतनी प्रदूषित हो चुकी है कि उसके लिए ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ स्कूल जाना एक बुरे सपने जैसा है।“ एक्टिविस्ट ने कहा कि मुझे चिंता है कि अगर मेरे जैसे 12 साल के बच्चे को सांस लेने में मुश्किल होती है, तो दिल्ली या अन्य शहरों में रहने वाले बच्चों पर इसका क्या असर पड़ता होगा।

रिद्धिमा आगे लिखती हैं कि हर साल भारत के कई हिस्सों में हवा प्रदूषित हो जाती है और अक्टूबर के बाद तो सांस लेना बहुत मुश्किल हो जाता है। हमें इस बारे में सोचना होगा और कुछ करना होगा। घने शहरों में हवा बहुत ही ज्यादा प्रदूषित है। वहां रहने वाले लोग के लिए यह बहुत खतरनाक है। इससे उनके सामने स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं पैदा होती हैं।  

उसने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री के तौर पर आपने जलवायु परिवर्तन को एक वास्तविकता के रूप में स्वीकार किया है। देश के सभी बच्चों की ओर से आज इंटरनेशनल क्लीन एयर डे ऑफ ब्लू स्काई पर मैं आपसे एक अनुरोध करना चाहती हैं कि कृपया हमारे भविष्य के बारे में सोचें। आप अधिकारियों को सभी नियम और कानून सख्ती से लागू करने के लिए कहें, ताकि भारत के नागरिक स्वच्छ हवा में सांस ले सकें।

यूएन ने पिछले साल लिया क्लीन एयर डे मनाने का फैसला
बतात चलें कि संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली ने अपने 74वें सत्र के दौरान क्लीन एयर डे फॉर ब्लू स्काई मनाने का फैसला किया था। इसका मकसद व्यक्ति, समुदाय, कॉर्पोरेट और सरकार को साफ और शुद्ध हवा की अहमियत के बारे में जागरूक करना है।

भारत वायु प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला देश है
इंटरनेशनल फोरम फॉर एन्वायर्नमेंट, सस्टनेबिलिटी एंड टेक्नोलॉजी (आई-फॉरेस्ट) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रभूषण बताते हैं कि क्लीन एयर डे की अहमियत भारत के लिए सबसे ज्यादा है। भारत एयर पॉल्यूशन से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला देश है। आंकड़े बताते हैं कि देश में आज 90 करोड़ टन कोयला, 40 करोड़ टन बायोमास, 20 करोड़ टन तेल और 5 करोड़ टन गैस की ऊर्जा की खपत होती है।


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Yaspal

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