''अगर यूक्रेनी सैनिक आत्मसमर्पण कर देते हैं तो बख्श देंगे उनकी जान'', ट्रंप की अपील पर बोले पुतिन
punjabkesari.in Saturday, Mar 15, 2025 - 10:02 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक बयान में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपील की कि वे रूस द्वारा यूक्रेनी सैनिकों को कुर्स्क क्षेत्र से बाहर निकाले जाने के बाद उनकी जान बख्शें। ट्रंप ने पुतिन से यह अनुरोध किया कि पूरी तरह से घिरे हुए यूक्रेनी सैनिकों को आत्मसमर्पण का अवसर दिया जाए, ताकि उन्हें नुकसान न पहुंचे। ट्रंप ने पुतिन के साथ अपनी हालिया "सकारात्मक" बातचीत को लेकर आशा व्यक्त की कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध जल्दी खत्म हो सकता है। इस पर पुतिन ने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि अगर यूक्रेनी सैनिक आत्मसमर्पण करते हैं, तो रूस उनकी जान की सुरक्षा की गारंटी देगा।
पुतिन ने यह भी कहा कि सैनिकों को अंतरराष्ट्रीय कानून और रूस के कानूनों के अनुसार सभ्य और मानवीय व्यवहार मिलेगा। पुतिन के अनुसार, युद्ध में शामिल सैनिकों का जीवन बचाने के लिए रूस पूरी तरह से जिम्मेदार रहेगा यदि वे आत्मसमर्पण करते हैं। वहीं, रूस की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने सोशल मीडिया पर यह चेतावनी दी कि यदि यूक्रेनी सैनिक आत्मसमर्पण करने से इंकार करते हैं, तो उन्हें "निर्दयतापूर्वक खत्म कर दिया जाएगा"। मेदवेदेव का यह बयान युद्ध के भयंकर रूप को और अधिक उजागर करता है, जिसमें कोई भी नरमी नहीं दिखाई जा रही है। ट्रंप ने एक "ट्रुथ सोशल" पोस्ट में लिखा कि 14 मार्च को पुतिन के साथ उनकी लंबी और सकारात्मक बातचीत हुई थी, और इस बात की बहुत अच्छी संभावना है कि यह खूनी युद्ध जल्दी खत्म हो सकता है। उन्होंने कहा कि युद्ध के बीच यह एक बेहतरीन मौका है, जिसमें पूरी तरह से घिरे यूक्रेनी सैनिकों की जान बचाने के लिए पुतिन से अपील की गई थी। ट्रंप ने कहा कि इस बातचीत के बाद उन्हें उम्मीद है कि युद्ध विराम हो सकता है और युद्ध की विभीषिका खत्म हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने भी 13 मार्च को मास्को में पुतिन से लंबी बैठक की थी, लेकिन ट्रंप ने अपनी पोस्ट में यह नहीं बताया कि उनकी पुतिन से सीधे बातचीत हुई थी या नहीं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि पुतिन ने विटकॉफ के माध्यम से ट्रंप को "संकेत" दिए थे और बाद में दोनों देशों के नेताओं के बीच फोन कॉल की व्यवस्था की जाएगी। ट्रंप ने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि रूस और यूक्रेन जल्द से जल्द एक युद्ध विराम पर सहमत हो जाएं, ताकि यह संघर्ष तीसरे विश्व युद्ध में न बदल जाए। इस युद्ध में पहले ही दोनों पक्षों के हजारों लोग मारे जा चुके हैं और दुनिया भर में चिंता बढ़ रही है। ट्रंप का कहना था कि युद्ध विराम के बिना शांति की कोई संभावना नहीं है।
30 दिनों के युद्ध विराम का प्रस्ताव
इससे पहले, डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन से रूस और यूक्रेन के बीच 30 दिनों के युद्ध विराम का प्रस्ताव दिया था। पुतिन ने गुरुवार को कहा कि वह इस प्रस्ताव से सैद्धांतिक रूप से सहमत हैं, हालांकि इस पर कुछ बिंदुओं पर और चर्चा की जरूरत है। पुतिन ने कहा कि युद्ध विराम का विचार सही है और इसे समर्थन दिया जाएगा, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन्हें हल करने की जरूरत है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भी इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति जताई और इसे एक बड़ी शांति प्रक्रिया की दिशा में कदम बताया। उन्होंने कहा कि युद्ध विराम के लिए वह गंभीर हैं और शांति स्थापित करने का प्रयास करेंगे। ज़ेलेंस्की ने कीव में मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके लिए युद्ध का अंत करना सबसे महत्वपूर्ण है और वह इसके लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
युद्ध विराम की संभावना पर जताई सहमति
पुतिन ने शुक्रवार को इस प्रस्ताव के बारे में अमेरिका के विशेष दूत के माध्यम से ट्रंप को एक संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने युद्ध विराम की संभावना पर अपनी सहमति जताई। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध विराम के प्रस्ताव के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर और विचार किया जाना जरूरी है। पुतिन का मानना है कि शांति की ओर कदम बढ़ाने के लिए सभी पक्षों को मिलकर काम करना होगा, लेकिन यह भी स्पष्ट किया गया कि रूस अपनी स्थिति पर कोई समझौता नहीं करेगा, जब तक कि उसे राष्ट्रीय सुरक्षा और अधिकारों का सम्मान नहीं मिलता।