सिर्फ 10,000 रुपये के SIP से बनें करोड़पति! ये दो स्कीमें मचा रही धमाल

punjabkesari.in Saturday, Apr 26, 2025 - 04:23 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अगर आप हर महीने सिर्फ 10,000 रुपये निवेश करें और 15-20 साल का धैर्य रखें तो आप भी करोड़पति बन सकते हैं। जी हां, म्यूचुअल फंड की कुछ टैक्स सेविंग्स स्कीमों ने ऐसा कर दिखाया है। खास बात यह है कि ये स्कीमें न सिर्फ आपको अच्छा रिटर्न देती हैं बल्कि टैक्स बचाने में भी मदद करती हैं। आइए जानते हैं उन दो शानदार ELSS म्यूचुअल फंड स्कीमों के बारे में जिन्होंने निवेशकों को करोड़पति बना दिया।

क्या है ELSS म्यूचुअल फंड?

ELSS यानी इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम म्यूचुअल फंड की इक्विटी कैटेगरी में आती है। इसमें निवेश करने पर आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है। एक वित्त वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स डिडक्शन का फायदा लिया जा सकता है। साथ ही ELSS स्कीम में केवल 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है जो अन्य टैक्स सेविंग्स स्कीमों की तुलना में सबसे कम है।

SIP से कैसे बन सकते हैं करोड़पति?

अगर आप हर महीने 10,000 रुपये का SIP शुरू करते हैं तो साल भर में आपका कुल निवेश 1,20,000 रुपये होगा। इस निवेश पर आपको टैक्स छूट भी मिलेगी और लंबी अवधि में आपका फंड बड़ा बन सकता है। उदाहरण के लिए कुछ स्कीमों ने 18-19 साल में निवेशकों को करोड़पति बना दिया है। हालांकि ध्यान रखें कि यह लाभ केवल पुरानी टैक्स प्रणाली (Old Regime) के तहत मिलेगा। नई टैक्स प्रणाली (New Regime) में ELSS निवेश पर डिडक्शन नहीं मिलता।

कोटक टैक्स सेवर फंड: 19 साल में बना दिया करोड़पति

कोटक टैक्स सेवर फंड की शुरुआत 23 नवंबर 2005 को हुई थी। अगर आपने उस समय से हर महीने 10,000 रुपये का SIP किया होता तो अक्टूबर 2024 तक आपका कुल निवेश 22.8 लाख रुपये होता। लेकिन इस स्कीम ने आपके निवेश को बढ़ाकर 1.10 करोड़ रुपये कर दिया होता। यानी सिर्फ अनुशासन और धैर्य से करोड़पति बनना मुमकिन हो गया।

कांट टैक्स सेवर फंड: 18 साल में शानदार 17% रिटर्न

कांट टैक्स सेवर ग्रोथ फंड भी ELSS कैटेगरी की शानदार स्कीम है। इसकी शुरुआत अप्रैल 2000 में हुई थी। बीते 10 वर्षों में इस स्कीम ने करीब 19.49% का वार्षिक रिटर्न दिया है और बीते 18 वर्षों में इसका औसत सालाना रिटर्न 17.56% रहा है। अगर आपने इसमें भी हर महीने 10,000 रुपये का SIP किया होता तो 18 साल में आपका फंड 1.29 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया होता।

क्यों चुनें ELSS स्कीम?

  • सिर्फ 3 साल का लॉक-इन पीरियड

  • टैक्स छूट का फायदा (ओल्ड टैक्स रीजीम में)

  • लॉन्ग टर्म में इक्विटी का दमदार रिटर्न

  • व्यवस्थित निवेश (SIP) से बड़ी पूंजी तैयार करने का मौका

  • जोखिम को कम करने के लिए लंबी अवधि जरूरी

ध्यान दें कि ELSS स्कीम में निवेश करने पर शेयर बाजार के जोखिम भी जुड़े होते हैं। इसलिए निवेश करने से पहले अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश अवधि का आकलन जरूर करें। और हां, केवल पुरानी टैक्स प्रणाली का चुनाव करने पर ही ELSS से टैक्स छूट का फायदा मिलेगा।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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