चौंकाने वाला खुलासा: बाज़ार में मिलने वाली हरी मटर कितनी सुरक्षित है? सच जानकर आप भी चौक जाएंगे!
punjabkesari.in Monday, Nov 10, 2025 - 12:10 AM (IST)
नेशनल डेस्क: सर्दियों के शुरू होते ही बाजारों में मटर की मांग बढ़ जाती है। सब्जियों, नमकीन, पुलाव और चावल के व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाली सफल मटर इन दिनों लोगों की पसंदीदा बन चुकी है। लेकिन अगर आप भी नियमित रूप से यह मटर खरीदते या खाते हैं, तो सतर्क हो जाएं- क्योंकि बाजार में नकली रंग और केमिकल से तैयार की गई मटर बड़ी मात्रा में बिक रही है, जो शरीर के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकती है।
नकली रंग से बनाई जा रही है 'हरी मटर' की चमक
जानकारी के अनुसार, कई असामाजिक तत्व सस्ती और खराब क्वालिटी की मटर को कृत्रिम हरे रंग से रंगकर बाजार में 'सफल मटर' के नाम पर बेच रहे हैं। ये रंग सामान्यतः टेक्सटाइल या इंडस्ट्रियल डाई में उपयोग किए जाते हैं, जिनमें कॉपर सल्फेट और मेटालिक केमिकल्स जैसे तत्व पाए जाते हैं। ये पदार्थ लीवर, किडनी और पाचन तंत्र पर गंभीर असर डालते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
चिकित्सकों का कहना है कि इस तरह के रासायनिक रंग शरीर में जाकर टॉक्सिन्स के रूप में जमा हो जाते हैं। लंबे समय तक इनका सेवन करने से लीवर की कार्यक्षमता प्रभावित होती है, जिससे जॉन्डिस, पेट दर्द, उल्टी और कमजोरी जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि उपभोक्ता किसी भी ब्रांडेड या पैक्ड मटर को खरीदने से पहले उसकी गुणवत्ता और स्रोत की जांच जरूर करें।
असली और नकली मटर कैसे पहचानें
विशेषज्ञ बताते हैं कि नकली रंगी हुई मटर को पहचानना मुश्किल नहीं है। अगर मटर को पानी में भिगोने पर उसका रंग हल्का हरा पानी छोड़ता है, तो समझ लें उसमें कृत्रिम रंग मिलाया गया है। असली मटर का रंग प्राकृतिक हल्का हरा होता है, जबकि नकली मटर गहरा और असामान्य चमकीला हरा दिखता है। मटर को हाथ से रगड़ने पर अगर रंग हथेलियों में लग जाए, तो यह स्पष्ट संकेत है कि मटर नकली है।
क्या करें उपभोक्ता?
- पैकिंग पर निर्माण और एक्सपायरी तिथि जरूर देखें।
- बिना लेबल वाले खुले उत्पादों से बचें।
- घर पर प्रयोग से पहले थोड़ी मात्रा को पानी में डालकर जांच लें।
- बच्चों और बुजुर्गों को ऐसी मटर खिलाने से बचें।
