Rakshabandhan 2025: रक्षाबंधन के कितने दिन बाद राखी उतारनी चाहिए, जानिए इसके पीछे की धार्मिक व वैज्ञानिक वजह

punjabkesari.in Sunday, Aug 10, 2025 - 04:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रक्षाबंधन केवल एक पर्व नहीं बल्कि भाई-बहन के रिश्ते की मजबूती और प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी (रक्षासूत्र) बांधती हैं और उनके दीर्घायु, सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। भाई भी अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं। लेकिन इस खास दिन के बाद एक सवाल कई लोगों के मन में आता है - राखी कितने दिनों तक पहननी चाहिए? आज हम इसी सवाल का जवाब लेकर आए हैं - धार्मिक मान्यताओं और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जानें कि राखी को कितने दिनों तक हाथ में रखा जा सकता है, और उतारने के बाद उसका क्या करना चाहिए।

रक्षाबंधन 2025 कब है?

इस वर्ष रक्षाबंधन का पर्व शनिवार, 9 अगस्त 2025 को मनाया गया। यह पर्व हर साल सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जब बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसके जीवन की मंगलकामना करती हैं।

राखी: केवल एक धागा नहीं, रिश्ते का प्रतीक

राखी को रक्षासूत्र भी कहा जाता है। यह सिर्फ एक धागा नहीं बल्कि पवित्र रिश्ते की डोर होती है। यह प्रेम, विश्वास और स्नेह का प्रतीक है। राखी बांधने की परंपरा जितनी भावनात्मक है, उसे उतारने का तरीका और समय भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है।

राखी कितने दिनों तक पहन सकते हैं?

रक्षाबंधन के बाद राखी कितने दिन तक पहननी चाहिए, यह सवाल हर वर्ष उठता है और इसका उत्तर हमारी धार्मिक मान्यताओं, पारंपरिक विश्वासों और व्यक्तिगत सुविधा पर निर्भर करता है। धार्मिक दृष्टिकोण से राखी उतारने के लिए कोई निश्चित समय निर्धारित नहीं है, लेकिन परंपराओं के अनुसार इसे सावन पूर्णिमा से लेकर भाद्रपद अमावस्या तक यानी लगभग 15 दिनों तक पहना जा सकता है। कुछ जगहों पर राखी को 3, 7 या 11 दिन तक पहनने की भी मान्यता है, वहीं कई लोग जन्माष्टमी या गणेश चतुर्थी के दिन राखी उतारते हैं। धार्मिक मान्यता यह भी कहती है कि पितृपक्ष शुरू होने से पहले राखी उतार देना चाहिए, क्योंकि इस दौरान शुभ कार्य नहीं किए जाते। कम से कम राखी को 24 घंटे तक कलाई पर बांधे रखना जरूरी माना गया है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो राखी अधिक समय तक पहनना त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि यह सामान्यतः सूती या रेशमी धागे से बनी होती है, जो गीला होने या गंदगी के संपर्क में आने पर बैक्टीरिया को जन्म दे सकता है और इससे त्वचा पर संक्रमण या एलर्जी हो सकती है। इसलिए जब तक राखी साफ और अच्छी स्थिति में हो, तब तक ही उसे पहनना उचित होता है।

राखी उतारने के बाद क्या करें?

राखी एक पवित्र वस्तु मानी जाती है, इसलिए इसे इधर-उधर फेंकना अशुभ माना जाता है। इसे सम्मानपूर्वक समर्पित करने के लिए कई शुभ तरीके हैं। आप राखी को नदी या किसी पवित्र जल में प्रवाहित कर सकते हैं, जिससे उसका विसर्जन हो जाए। इसके अलावा, किसी पेड़ पर राखी बांधना भी एक शुभ और धार्मिक तरीका माना जाता है, क्योंकि पेड़ जीवन और समृद्धि के प्रतीक होते हैं। राखी को पौधे की जड़ में दबा देना भी एक शुद्ध और धार्मिक परंपरा है, जो धरती को पुनः शक्ति देने जैसा माना जाता है। ध्यान रखें कि राखी को कभी भी कूड़े में या गंदगी में न फेंकें, क्योंकि यह पवित्र वस्तु का अपमान माना जाएगा। इसलिए राखी का निपटारा सम्मानपूर्वक और धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार करना चाहिए।

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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