Hindenburg Research की नई चेतावनी: ‘भारत में जल्द कुछ बड़ा होने वाला है’, किसका हो सकता है अगला खुलासा?
punjabkesari.in Saturday, Aug 10, 2024 - 09:48 AM (IST)
नेशनल डेस्क: अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक बार फिर भारत में हड़कंप मचा दिया है। हाल ही में, हिंडनबर्ग ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए एक नई चेतावनी जारी की है। कंपनी ने कहा है कि "भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है।" हालांकि, हिंडनबर्ग ने इस बड़ी घटना के बारे में और कोई जानकारी नहीं दी है, लेकिन इससे बाजार में अटकलों का दौर शुरू हो गया है कि यह किसी भारतीय कंपनी से संबंधित एक और बड़ा खुलासा हो सकता है।
हिंडनबर्ग के पिछले खुलासे
हिंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी 2023 में भारतीय कारोबारी गौतम अडानी और उनके अडानी ग्रुप पर गंभीर आरोप लगाए थे। उस रिपोर्ट ने भारतीय बाजार में बड़ा हड़कंप मचा दिया था और अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। रिपोर्ट के बाद, अडानी ग्रुप की कुल वैल्यूवेशन 86 अरब डॉलर तक घट गई थी। इस गिरावट ने अडानी को दुनिया के नंबर 2 अरबपति के स्थान से 36वें नंबर पर धकेल दिया था।
SEBI का नोटिस और हिंडनबर्ग का बयान
हिंडनबर्ग रिसर्च की हाल की चर्चाओं में से एक यह है कि भारतीय बाजार नियामक SEBI ने कंपनी को एक नोटिस जारी किया था। SEBI का नोटिस हिंडनबर्ग पर भारतीय नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए था। इस नोटिस में खुलासा हुआ था कि किंगडन कैपिटल ने कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड (KMIL) में महत्वपूर्ण निवेश किया था और अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) में शॉर्ट पोजीशन स्थापित की थी। हिंडनबर्ग ने SEBI के नोटिस को 'बकवास' और पूर्व-निर्धारित उद्देश्य के लिए तैयार किया गया बताया। उन्होंने कहा कि यह नोटिस भारत के सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों द्वारा भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी को उजागर करने वाले लोगों को चुप कराने का प्रयास है।
Something big soon India
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) August 10, 2024
अगला संभावित खुलासा
हिंडनबर्ग की नई चेतावनी को देखते हुए, बाजार के विशेषज्ञ और निवेशक इस बात की आशंका जता रहे हैं कि हिंडनबर्ग का अगला खुलासा किस भारतीय कंपनी से संबंधित हो सकता है। कंपनी की पिछले खुलासे की पृष्ठभूमि को देखते हुए, यह संभावना जताई जा रही है कि उनका अगला टारगेट कोई बड़ा नाम हो सकता है जो भारतीय बाजार में हड़कंप मचा सकता है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्टों का व्यापक प्रभाव होता है और बाजार में अस्थिरता पैदा कर सकता है। इसलिए, निवेशकों और बाजार के खिलाड़ियों को इस नई चेतावनी के संदर्भ में सतर्क रहना होगा और अपनी निवेश रणनीतियों पर विचार करना होगा।