हेटमायर, साल्ट और हार्दिक के बल्ले की हुई जांच, सामने आई चौकाने वाली वजह

punjabkesari.in Monday, Apr 14, 2025 - 02:26 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आईपीएल 2025 के एक मुकाबले में ऐसा नजारा देखने को मिला जिसने दर्शकों को हैरानी में डाल दिया। आमतौर पर मैदान पर बल्ले से रन बनते हैं लेकिन इस बार बल्ला खुद सुर्खियों में रहा। राजस्थान रॉयल्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और मुंबई इंडियंस के मैचों के दौरान जब शिमरॉन हेटमायर, फिल साल्ट और हार्दिक पांड्या बल्लेबाजी करने आए तो अंपायरों ने उनके बल्लों की माप जांचनी शुरू कर दी। यह दृश्य पहली बार देखने को मिला जब मैदान पर अंपायरों ने बैट गेज निकालकर खिलाड़ियों के बैट की चौड़ाई और गहराई मापी। अब सवाल उठ रहा है कि आखिर इस जांच की जरूरत क्यों पड़ी? क्या किसी खिलाड़ी ने नियमों का उल्लंघन किया था या ये कोई नई प्रक्रिया है? जितने लोगों ने देखा और इसके पीछे की वजह जानी सब चौंक गए। आइए जानते हैं पूरी स्टोरी-
आईपीएल के नियमों के अनुसार हर बल्लेबाज को नियमों के अनुरूप ही बैट इस्तेमाल करना होता है। नियमों में साफ लिखा है कि अगर बैट तय आकार से बड़ा या चौड़ा होता है तो उसे तुरंत बदला जाना चाहिए। रविवार को यही नियम मैदान पर अमल में लाया गया।

आईपीएल के लॉ 5.7 के तहत अंपायरों को अधिकार होता है कि वे बैट की माप की जांच कर सकें। ये प्रक्रिया रूटीन के तहत की जाती है जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई खिलाड़ी नियमों का उल्लंघन न कर रहा हो।
 

तीनों बल्लेबाजों की जांच का क्रम कुछ ऐसा रहा

शिमरॉन हेटमायर - पहला मामला

राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच खेले गए मुकाबले में यह दृश्य सबसे पहले देखने को मिला। जैसे ही हेटमायर 16वें ओवर के बाद बल्लेबाजी करने उतरे, अंपायर ने खेल कुछ देर के लिए रोक दिया और बैट गेज की मदद से उनके बल्ले की चौड़ाई और मोटाई जांची। जांच पूरी होने के बाद उन्हें खेलने की अनुमति दी गई।

फिल साल्ट - अगली जांच

इसके बाद जब आरसीबी की पारी शुरू हुई, तो सलामी बल्लेबाज फिल साल्ट के बल्ले की भी जांच की गई। यह जांच भी बिल्कुल उसी प्रक्रिया से हुई और साल्ट का बल्ला भी मानकों के अनुरूप पाया गया।

हार्दिक पांड्या - तीसरी और आखिरी जांच

रविवार के दूसरे मुकाबले में मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स आमने-सामने थे। जैसे ही मुंबई के कप्तान हार्दिक पांड्या बल्लेबाजी करने आए, अंपायर ने उनका भी बैट चेक किया। यहां भी बैट की चौड़ाई बैट गेज में डालकर मापी गई और जांच के बाद उन्हें खेलने की अनुमति दे दी गई।

क्या कहता है आईपीएल का नियम बैट की माप को लेकर?

आईपीएल में खेले जाने वाले सभी बल्लों को नियमित मापदंडों में फिट बैठना होता है। ये मापदंड कुछ इस प्रकार हैं:

  • लंबाई (हैंडल समेत): अधिकतम 38 इंच (96.52 सेमी)

  • चौड़ाई: अधिकतम 4.25 इंच (10.8 सेमी)

  • गहराई: अधिकतम 2.64 इंच (6.7 सेमी)

  • किनारे की मोटाई: अधिकतम 1.56 इंच (4.0 सेमी)

  • हैंडल की लंबाई: कुल लंबाई के 52% से अधिक नहीं होनी चाहिए

  • ब्लेड पर कवरिंग: मोटाई 0.04 इंच (0.1 सेमी) से अधिक नहीं

  • टो प्रोटेक्शन: मोटाई 0.12 इंच (0.3 सेमी) से अधिक नहीं

हर बल्ले को बैट गेज नामक एक विशेष टूल में से गुजरना होता है। यदि बल्ला इस टूल में नहीं फिट बैठता तो खिलाड़ी को तुरंत दूसरा बैट लेना होता है। हालांकि इस स्थिति में कोई अंक कटौती या जुर्माना नहीं होता।

क्या हुआ खिलाड़ियों के साथ?

तीनों ही खिलाड़ियों – हेटमायर, साल्ट और हार्दिक – के बैट आईपीएल के नियमों के अनुसार पाए गए। इसीलिए किसी को बल्ला बदलने की जरूरत नहीं पड़ी और खेल बिना किसी विवाद के आगे बढ़ा। लेकिन इस जांच ने सोशल मीडिया पर चर्चा जरूर छेड़ दी।

फैंस के बीच उठे सवाल

मैदान पर इस तरह बैट की जांच होते देख फैंस थोड़े हैरान नजर आए। कुछ ने सोशल मीडिया पर मजेदार मीम्स शेयर किए तो कुछ ने इसे "IPL 2025 का नया ट्विस्ट" बता दिया। कुछ क्रिकेट जानकारों ने इसे नियमों के पालन की एक अच्छी मिसाल बताया।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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