...अभी नहीं थमेगा बारिश का तांडव- पंजाब में त्राहिमाम: उत्तराखंड, हिमाचल में भारी वर्षा का Red Alert

punjabkesari.in Wednesday, Sep 03, 2025 - 07:59 AM (IST)

 नेशनल डेस्क: उत्तर भारत इस समय भयंकर बारिश और उससे उत्पन्न आपदाओं की चपेट में है। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी राज्यों तक मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर से लेकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली तक हालात बेहद गंभीर होते जा रहे हैं। कई जगहों पर नदियां उफान पर हैं, सड़कों का संपर्क टूट चुका है, मकान गिर रहे हैं और जनहानि की खबरें लगातार सामने आ रही हैं।

पंजाब: राज्य के सभी जिले बाढ़ग्रस्त घोषित
पंजाब में हालात सबसे चिंताजनक हैं। लगातार बारिश और हिमाचल से आने वाले पानी के कारण राज्य की नदियां उफान पर हैं। सतलुज, ब्यास और रावी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। नंगल हाइडल चैनल में आई दरार के बाद सतलुज नदी में पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे उसके किनारे बसे शहरों और गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। राज्य के 1,400 से अधिक गांवों में लगभग 3.5 लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं। अब तक बाढ़ से मरने वालों की संख्या 30 पार कर चुकी है। भाखड़ा डैम का जलस्तर भी चिंता का कारण बना हुआ है, जो खतरे के निशान से सिर्फ तीन फीट नीचे रह गया है। यदि बारिश का यही सिलसिला जारी रहा, तो यह खतरे की रेखा को पार कर सकता है।

हरियाणा: नदियां उफान पर, कई जिले जलमग्न
हरियाणा में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। भारी बारिश से फतेहाबाद में घग्गर नदी उफान पर है और जिले के 30 गांवों में पानी भर चुका है। गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे शहरी इलाकों में सड़कों पर जलभराव ने यातायात व्यवस्था को ठप कर दिया है। नारनौंद क्षेत्र में एक मकान गिरने से 30 वर्षीय महिला की मौत हो गई। यमुना का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है, जिससे दिल्ली को भी खतरा बढ़ गया है। राज्य सरकार ने राहत कार्यों के तहत पंजाब और जम्मू-कश्मीर को 5-5 करोड़ रुपये की सहायता भेजी है, जबकि कई जिलों में रेड और येलो अलर्ट जारी किया गया है।

दिल्ली: यमुना के बढ़ते जलस्तर से खतरा
हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से भारी मात्रा में छोड़े गए पानी ने दिल्ली के हालात बिगाड़ दिए हैं। यमुना नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर 205.33 मीटर को पार करते हुए 206 मीटर तक पहुंच गया है। परिणामस्वरूप, पुराने लोहा पुल पर यातायात बंद कर दिया गया है। यमुना बाजार, मोनेस्ट्री बाजार और अन्य निचले इलाकों में पानी घुस चुका है, जहां घरों में जलभराव हो गया है। करीब 15 हजार लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है।

हिमाचल प्रदेश: भूस्खलन और मौतों की बढ़ती संख्या
हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन ने तबाही मचा रखी है। कुल्लू, कसौली, सोलन, चंबा जैसे इलाकों में मलबे में दबकर कई लोगों की जान जा चुकी है। अकेले सोलन और कुल्लू में ही मलबे में दबकर छह से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। सुंदरनगर में दो मकान गिरने से मां-बेटी की मौत हो गई। भूस्खलन की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग और कई प्रमुख सड़कों पर आवागमन ठप हो गया है। कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर 75 से अधिक स्थानों पर भारी क्षति हुई है। मणिमहेश यात्रा पर निकले सैकड़ों श्रद्धालु रास्तों में फंसे हुए हैं।

जम्मू-कश्मीर: भारी वर्षा से तबाही - वैष्णो देवी यात्रा आठवें दिन भी बंद
जम्मू संभाग में भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। कठुआ और ऊधमपुर जिलों में मकान गिरने से दो लोगों की मौत हो चुकी है। जम्मू-श्रीनगर हाईवे का एक बड़ा हिस्सा बारिश में बह गया है, जिससे आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। भूस्खलन के कारण कई मकान मलबे में दब चुके हैं, हालांकि वहां रहने वाले लोग सुरक्षित निकाल लिए गए हैं। तवी और चिनाब नदियां उफान पर हैं, जिससे रियासी जिले में सलाल डैम के सभी गेट खोल दिए गए हैं। वैष्णो देवी यात्रा आठवें दिन भी बंद रही।

उत्तराखंड: 250 से अधिक सड़कें अवरुद्ध
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश और भूस्खलन ने यातायात को बाधित कर दिया है। यमुनोत्री हाईवे पर बना पुल जलमग्न हो चुका है। उत्तरकाशी, खटीमा, देहरादून जैसे इलाकों में कई परिवारों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है। गंगोत्री और यमुनोत्री की ऊंची चोटियों पर मंगलवार शाम को बर्फबारी भी हुई, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं। मौसम विभाग ने कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

उत्तर प्रदेश और बिहार: बारिश और बाढ़ की दोहरी मार
उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में बुधवार को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। कानपुर में वज्रपात और मकान गिरने की घटनाओं में चार लोगों की जान चली गई है। बिहार में गंगा, कोसी, बूढ़ी गंडक और बागमती नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। खगड़िया, कटिहार और सुपौल जैसे जिलों में हालात बिगड़ रहे हैं। गंगा नदी खगड़िया में खतरे के निशान से 147 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। पिछले 24 घंटे में बाढ़ और डूबने की घटनाओं में बिहार में कम से कम पांच लोगों की जान जा चुकी है।

राजस्थान: कच्चा बांध टूटा, गांव जलमग्न
राजस्थान के दौसा जिले में भारी बारिश के कारण कच्चा बांध टूट गया, जिससे कई गांवों में पानी घुस गया। घरों में जलभराव की वजह से लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। सवाई माधोपुर और प्रतापगढ़ में भी जलभराव और नदी में बहने की घटनाएं सामने आई हैं। जयपुर मौसम केंद्र ने अगले चार दिन राज्य में बारिश जारी रहने की संभावना जताई है।


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Content Writer

Anu Malhotra

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