अब तक 380 की मौत, 4306 करोड़ का नुकसान... IMD ने राज्य में फिर जारी किया अलर्ट
punjabkesari.in Thursday, Sep 11, 2025 - 07:07 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई भारी बारिश से राज्य के कई जिलों में भारी नुकसान हुआ है। भूस्खलन और बाढ़ की वजह से तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित करीब 577 सड़कें बंद कर दी गई हैं, जिससे आवागमन प्रभावित हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि मौसम विभाग ने इस सप्ताह के अंत तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
बंद हुए प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग
भूस्खलन और बारिश के कारण बंद हुए राष्ट्रीय राजमार्गों में अटारी-लेह मार्ग (एनएच 3), औट-सैंज मार्ग (एनएच 305) और अमृतसर-भोटा मार्ग (एनएच 503ए) शामिल हैं। कुल 577 सड़कें बंद हैं, जिनमें सबसे ज्यादा 213 सड़कें कुल्लू और 154 मंडी जिले की हैं।
भारी नुकसान और मौतें
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के मुताबिक, भारी बारिश और भूस्खलन से राज्य में लगभग 812 बिजली के ट्रांसफार्मर खराब हो चुके हैं। साथ ही 369 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं। इसके कारण लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। परिवहन निगम के कई रूट बंद होने से भारी आर्थिक नुकसान भी हुआ है।
मॉनसून की शुरुआत 20 जून को हुई थी। इसके बाद से अब तक बारिश, भूस्खलन और सड़क हादसों में कुल 380 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 48 मौतें भूस्खलन, 17 बादल फटने, 11 बाढ़ और 165 सड़क दुर्घटनाओं में हुई हैं। इसके अलावा, 40 लोग अभी भी लापता हैं। प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने का एलान किया गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा और मंडी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के कारण ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। आने वाले दिनों में राज्य के चार से छह जिलों में भारी बारिश की संभावना है, जिसके चलते ‘येलो अलर्ट’ भी जारी किया गया है।
बारिश के आंकड़े
राज्य के कुछ स्थानों पर बुधवार को भी हल्की से मध्यम बारिश हुई। मुरारी देवी में 63 मिमी, भरेरी में 62.8 मिमी, स्लैपर में 54.4 मिमी, बग्गी में 36.5 मिमी, कांगड़ा में 36 मिमी, नैना देवी में 42.6 मिमी, पालमपुर में 36 मिमी, सुंदरनगर में 33.9 मिमी, मंडी में 27 मिमी और गोहर में 25 मिमी बारिश दर्ज की गई।
राहत और बचाव कार्य जारी
भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य जारी हैं। प्रशासन लगातार प्रभावित लोगों की मदद के लिए तत्पर है और सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। वहीं बंद हुई सड़कों को खोलने का काम भी जारी है, लेकिन मौसम की खराब स्थिति के कारण काम में धीमी चल रही है।