Rain Alert: अगले 72 घंटे में दिखेगा मौसम का तांडव, इन जिलों में वज्रपात के साथ होगी भीषण बारिश, IMD का अलर्ट जारी

punjabkesari.in Sunday, Aug 17, 2025 - 11:20 AM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लोग तेज धूप और उमस भरी गर्मी से परेशान हैं। मानसून की चाल धीमी हो गई है और आसमान साफ़ होने से तापमान भी बढ़ गया है। लोग बारिश की उम्मीद लगाए बैठे हैं। मौसम विभाग ने पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के लिए 21, 22 और 23 अगस्त को भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। इन दिनों बारिश जोर पकड़ सकती है और कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति भी बन सकती है। लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया है कि मानसून की ट्रफ लाइन अब अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर खिसक गई है। बंगाल की खाड़ी में जो दबाव क्षेत्र बना था, वह अब उड़ीसा और आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ चुका है। इसी वजह से उत्तर प्रदेश में अगले 3 से 4 दिनों तक मानसून की सक्रियता कमजोर रहेगी। 17, 18, 19 और 20 अगस्त को प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है लेकिन तेज बारिश की कोई संभावना नहीं है। मौसम शुष्क बना रहेगा और उमस भी बढ़ेगी। इससे गर्मी और ज्यादा परेशान कर सकती है।

इन जिलों में भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी

पूर्वी यूपी में भारी बारिश की संभावना वाले जिले:

  • गोंडा

  • बलरामपुर

  • श्रावस्ती

  • अंबेडकर नगर

  • गाजीपुर

  • आजमगढ़

  • मऊ

  • बलिया

  • देवरिया

  • गोरखपुर

  • संत कबीर नगर

  • बस्ती

  • कुशीनगर

  • महाराजगंज

  • सिद्धार्थ नगर

  • अयोध्या

  • सुल्तानपुर

  • अमेठी

  • बाराबंकी

  • सीतापुर

पश्चिमी यूपी में बारिश और वज्रपात के आसार:

  • सहारनपुर

  • बिजनौर

  • मुरादाबाद

  • रामपुर

  • बरेली

  • पीलीभीत

  • शाहजहांपुर

  • लखीमपुर खीरी

  • प्रयागराज

  • प्रतापगढ़

  • सोनभद्र

  • मिर्जापुर

  • चंदौली

  • वाराणसी

  • भदोही

  • जौनपुर

इन जिलों के साथ-साथ इनके आसपास के क्षेत्रों में भी तेज बारिश और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।

पश्चिमी यूपी में छिटपुट बारिश के आसार

पश्चिमी यूपी के तराई क्षेत्रों में कुछ इलाकों में बादल छाने और हल्की फुहारें पड़ने की संभावना है। हालांकि, जोरदार बारिश की उम्मीद यहां नहीं है। किसानों और आम जनता को सलाह है कि वे मौसम की जानकारी पर नजर बनाए रखें।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Ashutosh Chaubey

Related News