क्या टाले जाएंगे आगामी 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव? आयोग जनवरी में लेगा फैसला
punjabkesari.in Monday, Dec 27, 2021 - 02:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में अगले साल से होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय और चुनाव आयोग की एक अहम बैठक हुई। लेकिन मीटिंग में चुनाव होंगे या नहीं इस पर फिलहाल कोई फैसला नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि बैठक में कोरोना की स्थिति को लेकर चर्चा और ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को लेकर रिपोर्ट मांगी है। साल 2022 जनवरी के पहले हफ्ते में एक बार फिर से आयोग और स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच बैठक होगी। इसके बाद तय किया जाएगा कि चुनाव कराए जाएं या फिर उन्हें स्थगित कर दिया जाएगा।
Delhi | Union Health Secy Rajesh Bhushan arrives at the office of Election Commission of India (ECI) for a meeting convened by ECI with senior officials of the Ministry of Health &Family Welfare to discuss the prevailing Covid situation for upcoming Assembly elections in 5 states pic.twitter.com/cQZMGX9qyM
— ANI (@ANI) December 27, 2021
इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण मौजूद रहे। करीब एक घंटा बैठक चली है और इस बैठक में आयोग ने देश में कोरोना की स्थिति का जायजा लिया है। आयोग ने राजेश भूषण से चुनाव प्रचार, वोटिंग और काउंटिंग के लिए कोविड प्रोटोकॉल पर सुझाव मांगे हैं। इस बैठक में पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब व मणिपुर में कोरोना व ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों पर चर्चा की गई। इन राज्यों में 2022 में विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पीएम को दिया चुनाव टालने का सुझाव
बता दें कि, देश में कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन बड़ी तेजी के साथ पैर पसार रहा है। कई राज्यों में तो बड़ी तेजी के साथ संक्रमण बढ़ रहा है। जिसके चलते 5 राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों पर रोक की मांग भी उठने लगी है। यहीं नहीं बीते हफ्ते इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पीएम मोदी को राजनीतिक रैलियों पर रोक लगाने और चुनाव टालने का सुझाव दिया था। सुप्रीम कोर्ट में पांच राज्यों में रैलियों पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका दायर हुई है।
कब होंगे चुनाव
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में फरवरी और मार्च में विधानसभा चुनाव होने हैं। मार्च में इन पांचों राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इससे पहले विधानसभा चुनाव कराना बेहद जरूरी है। लेकिन देश में बढ़ते ओमिक्रॉन के खतरे के बीच चुनाव टाले जाने की मांग भी तेज हो गई है। अगर कोरोना के हालात के चलते चुनावों को टालने का फैसला लिया जाता है तो इन राज्यों में विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा।
देश में ओमिक्रॉन के 578 मामले
देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के कुल संक्रमितों की संख्या 598 हो गई है। ओमिक्रॉन संक्रमितों के मामले में दिल्ली ने महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया है। दिल्ली में अब सबसे अधिक 142 मामले हो गए हैं। वहीं महाराष्ट्र 141 संक्रमितों के साथ दूसरे स्थान पर बना हुआ है। इसके अलावा गुजरात(49), तेलंगाना(44), केरल (57), तमिलनाडु(34), कर्नाटक(38),राजस्थान(43), हरियाणा(10), मध्यप्रदेश(9),ओडिशा(8), आंध्र प्रदेश(6), प. बंगाल(6), जम्मू-कश्मीर(3), उत्तर प्रदेश(2) चंडीगढ़(3), लद्दाख(1), उत्तराखंड में (1), हिमाचल(1) में भी ओमिक्रॉन का मामला सामने आया है।