हानिया की मौत... अब कौन होगा हमास का नया नेता ? किसे माना जाता है 7 अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंड

punjabkesari.in Friday, Aug 02, 2024 - 01:08 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हमास-इजरायल के युद्ध को अब लगभग 10 महीनों हो चुकें हैं। लेकिन अब यह युद्ध एक नए मोड़ पर आ खड़ा हुआ है। इसका बड़ा कारण दो रोज पहले इजरायल द्वारा हुई आतंकी गुट हमास के सुप्रीम लीडर की हत्या है। हालांकि, यह मामला इस लिए भी हवा पकड़ रहा है, क्योंकि यह हत्या ईरान में की गई है। माना जाता है कि ईरान उन देशों में से एक है जो हमास का बढ़ावा देने का काम करते हैं। अब हालात ऐसे हैं कि ईरान, लेबनान समेत लगभग पूरा मध्यपूर्व इजरायल पर भड़का हुआ है। पर शायद अब कहीं ना कहीं हमास को इस वक्त एक नेता जरूरत है, जो उनके खाली स्थान को भर सके।

हानिया की मौत बनी गुट के लिए बड़े लॉस
इस युद्ध की बात करें तो हमास के कई सारे लीडर गाजा पट्टी में पहले ही मारे जा चुके हैं, लेकिन इस्माइल हानिया की हत्या गुट के लिए एक बड़े लॉस की तरह साबित हुई है। ये बाकी खूंखार नेताओं की तुलना में मॉडरेट चेहरा था, जो दुनिया से सीधा संवाद करता था। गुट के लिए हानिया को कूटनीति के लिए जानकार के रुप में माना जाता था। जिसको ना सिर्फ हर चीज की जानकारी थी बल्कि ये भी जानता था कि कब तार खींचने और कब ढीले छोड़ने हैं। अब उनकी हत्या के बाद हमास में इस बात की चर्चा हो रही है कि हमास की कमान अब किसके हाथ में होगी ?

कौन है याह्या सिनवार ?
याह्या सिनवार वो नेता है जिसने साल 1980 से हमास की नींव रखी थी। यह वो समय था जब फिलिस्तीन और इजरायल के बीच के रिशते सही नहीं चल रहे थे। उस समय फिलिस्तीन में इजरायल के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा था और इसे ही एक चेहरा देने के लिए हमास की स्थापना हुई थी। इतना ही नहीं इजरायली सेना ने कई बार सिनवार को गिरफ्तार किया भी है। इसके अलावा 2 दशक से ज्यादा इजरायल की जेल में समय बिताने वाले सिनवार को साल 2011 में कैदियों की अदलाबदली के दौरान हमास ने वापिस मांग लिया था। जिसके चलते मजबूर इजरायल को हमास की बात माननी पड़ी थी।

सिनवार की जानकारी देने पर मिलेगा 4 लाख डॉलर का इनाम
अब की बात करें तो इजरायली अधिकारियों का मानना है कि सिनवार भी 7 अक्टूबर 2023 को हुए हमले के मास्टरमाइंड्स था। सिनवार के अलावा मोहम्मद दईफ, जो कि गाजा में मिलिट्री विंग के कमांडर हैं, ने अक्टूबर में ये हमला प्लान किया था, जिसमें हजारों निर्दोष इजरायली मारे गए और 2 सौ से ज्यादा को बंधक बना लिया गया। इसके तुरंत बाद इजरायली सेना ने गाजा में पर्चियां फेंकी थी और कहा था कि जो भी सिनवार की जानकारी देगा उसको 4 लाख डॉलर का इनाम दिया जाएगा। हालांकि, हैरानी वाली बीत ये थी कि इनाम के बारे में जानने के बाद भी गाजा में बदहाली से जूझते लोगों ने अपने नेता की कोई जानकारी नहीं दी थी। इसके बाद ये मानने जाने लगा कि सिनवार गाजा के एक सघन टनल नेटवर्क में छिपा हुआ है और वहीं भीतर से ही हमास की गतिविधियों को कंट्रोल करता आ रहा है। सिनवार की बर्बरता की बात करें तो कहा जाता है कि वो हर उस फिलिस्तीनी की हत्या कर देता था, जिसके उपर उसे इस बात का शक हो कि ये इजरायल के लिए अपने मन में कहीं न कहीं सॉफ्ट कॉर्नर रखता है। इतना ही नहीं ये हत्या भी उस इनसान को शूट करके नहीं, बल्कि उस्तरे से उसका गला काटकर की जाती थी।

आखिर कौन है खालिद मेशाल ?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के लड़ाकों के बीच ये भी माना जा रहा है कि मरे हुए लीडर के रिप्लेसमेंट के लिए खालिद को एक मजबुत चेहरे के रुप में देखा जा रहा है। बता दें कि मेशाल का जन्म वेस्ट बैंक में हुआ था, जोकि इस वक्त हमास के राजनैतिक लीडर हैं। इसके चलते जॉर्डन में इजरायल के एक एजेंट ने खालिद को स्लो पॉइजन दे दिया था, जिसके बाद वे कोमा में चले गए थे।बाद में एक डील के तहत इजरायल ने ही एंटीडोट देकर उनकी जान बचाई।

सुसाइड बॉम्बिंग के मास्टर माइंड
खालिद मेशाल की जिंदगी की बात करें तो वे महज 15 साल की उम्र में ही मुस्लिम ब्रदरहुड में शामिल हो गए थे, जिस कारण उन्होंने अपना ज्यादा तर समय फिलिस्तीन से बाहर मिडिल ईस्ट में बिताया है। 90 के दशक में हमास के बनने के बाद सुसाइड बॉम्बिंग की शुरुआत करने वाले खालिद को सुसाइड बॉम्बिंग का मास्टर भी माना जाता जाता है। ऐसे में हानिया के सर्वोच्च नेता चुने जाने के बाद मेशान और उनके बीच कांटे की टक्कर रही है। अब जब हानिया की मौत के बाद ये भी माना जा रहा है कि शायद कहीं ना कहीं इन सब के पीछे सिनावर का भी हाथ है। असल में हानिया चूंकि हमास का डिप्लोमेटिक चेहरा था, लिहाजा गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन हेड होने के बाद भी सिनवार को उसकी बात माननी पड़ रही थी।

 


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Content Editor

Mahima

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