गुरु गोबिंद सिंह साहस, करुणा और त्याग के प्रतीक बने रहेंगे: प्रधानमंत्री मोदी
punjabkesari.in Saturday, Dec 27, 2025 - 11:19 AM (IST)
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि गुरु गोबिंद सिंह साहस, करुणा और त्याग के प्रतीक हैं तथा उनका जीवन एवं शिक्षाएं सभी को सत्य, न्याय एवं धर्मपरायणता के लिए खड़े होने और मानवीय गरिमा की रक्षा करने के लिए प्रेरित करती हैं। मोदी ने कहा कि सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह की दूरदृष्टि पीढ़ियों को सेवा और निस्वार्थ कर्तव्य की ओर निरंतर मार्गदर्शन देती रही है। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पवित्र प्रकाश उत्सव के अवसर पर हम उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं। वह साहस, करुणा और त्याग के प्रतीक हैं।
On the sacred Parkash Utsav of Sri Guru Gobind Singh Ji, we bow in reverence to him. He remains an embodiment of courage, compassion and sacrifice. His life and teachings inspire us to stand for truth, justice, righteousness and to protect human dignity. Sri Guru Gobind Singh… pic.twitter.com/QfudU2di3U
— Narendra Modi (@narendramodi) December 27, 2025
उनका जीवन और शिक्षाएं हमें सत्य, न्याय, धर्मपरायणता के लिए खड़े होने और मानवीय गरिमा की रक्षा करने के लिए प्रेरित करती हैं।'' प्रधानमंत्री ने इस वर्ष की शुरुआत में तख्त श्री हरिमंदिर पटना साहिब की अपनी यात्रा की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं, जहां उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह एवं माता साहिब कौर से संबंधित पवित्र ‘जोड़ा साहिब' (जूतों की एक जोड़ी) के दर्शन भी किए थे। मोदी ने नौ जनवरी, 2022 को घोषणा की थी कि श्री गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत की याद में 26 दिसंबर को 'वीर बाल दिवस' के रूप में मनाया जाएगा।

वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में सरकार देश भर में ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर रही है जिनका उद्देश्य नागरिकों को साहिबजादों के असाधारण साहस एवं सर्वोच्च बलिदान के बारे में बताना है। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को वीर बाल दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया, जहां उन्होंने कहा था कि दसवें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों (पुत्रों) का सर्वोच्च बलिदान क्रूर मुगल शासन के खिलाफ भारत के अदम्य साहस, शौर्य और वीरता की सर्वोच्च अभिव्यक्ति है।
