इंदौर में तोड़ा गया गुरुद्वारा, संगत के साथ की गई धक्का-मुक्की

punjabkesari.in Monday, Apr 24, 2017 - 01:15 AM (IST)

इन्दौर: मध्य प्रदेश के इन्दौर जिले में राज मोहल्ला इलाके में स्थित गुरुद्वारा साहिब ‘करतार कीर्तन ’ की इमारत को प्रशासन की तरफ से पूरी तरह तोड़ दिए जाने की खबर है। गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के मैंबर गुरप्रीत सिंह की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक गुरू घर में शनिवार को सप्ताहिक समागम चल रहा था। अचानक पुलिस सहित नगर निगम अधिकारी गुरू घर के अंदर दाखिल हुए। 

 

मर्यादा का उल्लंघन करते जूतों सहित दाखिल हुई लगभग 400 पुलिस कर्मचारियों की फोर्स ने गुरू घर के अंदर सुशोभित श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप जबरन उठाने शुरू कर दिए। इस कार्यवाही का संगत ने विरोध शुरू कर दिया लेकिन आधिकारियों की संख्या अधिक होने के कारण संगत को धक्के मार कर गुरू घर में से बाहर निकाला दिया गया। दीवान गुरू घर की पहली मंजिल पर सजा हुआ था। पुलिस ने महिलाओं को घसीट कर सीढिय़ों से नीचे उतारा। इस दौरान एक 80 साला बुजुर्ग के घायल होने की खबर है। प्रबंधकों के मुताबिक मोदी सरकार ने इन्दौर शहर को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किए जाने के बाद सरकार ने सभी धार्मिक स्थानों को किसी ओर स्थान पर अलाट करके वहां शिफ्ट किए जाने की सूचना दी थी। 

 

इसके बाद सिख संगत ने मांग की थी गुरू घर 50 साल पुराना होने के कारण संगत की भावनाओं इस स्थान के साथ जुड़ी हुई हैं। इसलिए कोई और रास्ता निकाला जाए लेकिन बीते दिन अचानक प्रशासन की तरफ से यह कदम उठाया जाना अति निंदनीय है। तस्वीरें बयान करती हैं कि गुरुद्वारा साहिब की इमारत को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया गया है। पुलिस श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 4 स्वरूपों में से 3 स्वरूप भी उठा कर कहीं ले गई है। इस बारे कोई जानकारी नहीं दी जा रही, जबकि एक स्वरूप को संगत अपने पास रखने में कामयाब हो गई। इसके अलावा गुरू घर अंदर पड़ी 300 साल पुरानी कृपाणें (सोने,चांदी के मुट्ठे), दो चांदी के फूलदान और गोलक के बीच 75 से 80 हजार के करीब भेट की राशि और लाकर की 3 लाख से अधिक नगदी उठा कर ले गई है। 

 

संगत का रोष है कि उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही और इस तरह बिना बताए की गई कार्यवाही सरेआम धक्का है। उनके साथ 1984 के समय पर हुआ दरबार साहिब वाला हमला दोहराया गया है। जानकारी मुताबिक गुरुद्वारा साहिब की इमारत से10 मीटर की दूरी पर एक मंदिर भी बना हुआ है जो पूरी तरह सुरक्षित है। गुरुद्वारा समिति के प्रधान मनजीत सिंह भाटिया बीजेपी नेता भी हैं और संगत की तरफ से इस घटना के पीछे उनकी शह भी बताई जा रही है, जो 2018 में होने वाले विधानसभा के दौरान बीजेपी की तरफ से टिकट लेने की ताक में हैं। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News