फातिमा शेख की 191वीं जयंती पर Google ने डूडल बनाकर किया सम्मानित
punjabkesari.in Sunday, Jan 09, 2022 - 06:51 AM (IST)

नेशनल डेस्कः गूगल ने फातिमा को उनकी 191वीं जयंती पर डूडल बनाकर सम्मानित किया है। फातिमा शेख ने लड़कियों, खासकर दलित और मुस्लिम समुदाय की लड़कियों को शिक्षित करने में सन् 1848 के दौर में अहम योगदान दिया था। फातिमा शेख ने दलित महिलाओं को शिक्षित करने का प्रयास करने वाली सावित्रीबाई फुले और महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ काम किया था।
सावित्री बाई फुले ने जिस वक्त दलितों के उत्थान के लिए लड़कियों को शिक्षित करने का काम शुरू किया,उन्हें घर से निकाल दिया गया। उस वक्त फुले दंपती को फातिमा शेख के बड़े भाई ने अपने घर में जगह दी थी। सावित्री फुले ने जब स्कूल खोला उस वक्त बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं मिल रहे थे, लेकिन फातिमा शेख ने उनकी मदद की और स्कूल में लड़कियों को पढ़ाया। उनके प्रयासों से ही जो मुस्लिम लड़कियां मदरसों में जाती थीं, वो स्कूल जाने लगीं। फातिमा शेख को दलित-मुस्लिम एकता के सूत्रधारों में से एक माना जाता है।
दरअसल, जिस एक काम के लिए सावित्रीबाई की ख्याति सबसे ज्यादा है, वह काम 1848 में पुणे के भिडेवाड़ा में लड़कियों के लिए एक स्कूल का खोलना और फिर वहां पढ़ाना है। लेकिन पुणे का वो स्कूल सावित्रीबाई ने अकेले नहीं खोला था, न ही वो वहां की एकमात्र महिला शिक्षिका थीं। कोई और भी था, जो इस परियोजना में उनके साथ जुटा था।