उधारी वालों की हुई ''खुल्लमखुल्ला'' बेइज्जती, बुजुर्ग चायवाले ने दुकान पर टांग दी नामों की लिस्ट
punjabkesari.in Tuesday, May 20, 2025 - 01:41 PM (IST)

नेशलन डेस्क: उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में इन दिनों एक बुजुर्ग चायवाले की दुकान चर्चा का केंद्र बनी हुई है। वजह है उनका अनोखा तरीका, जिससे उन्होंने उन ग्राहकों की पोल खोल दी जो चाय तो पी गए लेकिन उधारी चुकाना भूल गए। आलापुर तहसील के बिड़हर खास गांव के रहने वाले राम चंदर नाम के बुजुर्ग दुकानदार ने जब बार-बार उधारी मांगने के बाद भी पैसे नहीं मिले, तो उन्होंने कुछ ऐसा कर डाला जिससे पूरा इलाका चौंक गया।
बुजुर्ग चायवाले की मजबूरी बनी हिम्मत की वजह
राम चंदर की उम्र करीब 65 साल है और वह कई वर्षों से अपने गांव में चाय की छोटी-सी दुकान चला रहे हैं। समय के साथ उनके कुछ नियमित ग्राहक बन गए, जो आए दिन उधारी पर चाय पीते रहे। शुरुआत में राम चंदर को उम्मीद थी कि लोग समय पर पैसे लौटा देंगे, मगर धीरे-धीरे उधारी बढ़ती गई। कुछ लोगों पर ₹1,000 तो कुछ पर ₹10,000 तक की बकाया राशि हो गई।स जब उन्होंने बार-बार पैसे मांगने की कोशिश की, तो कुछ ग्राहकों ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। एक गरीब और उम्रदराज दुकानदार के लिए ये स्थिति काफी तकलीफदेह थी। हारकर उन्होंने फैसला लिया कि अब वह चुप नहीं बैठेंगे।
बोर्ड पर लिखे बकायेदारों के नाम और रकम
राम चंदर ने अपनी दुकान के बाहर एक बड़ा बैनर लगवाया। इस बैनर पर उन सभी लोगों के नाम दर्ज किए, जिन्होंने उधारी ली थी और लौटाने से इनकार कर रहे थे। नामों के साथ कितनी रकम बकाया है, यह भी साफ-साफ लिखा गया। इतना ही नहीं, बोर्ड पर ये भी लिखा गया कि “ये लोग पैसे मांगने पर धमकी देते हैं, कृपया सतर्क रहें” और आम जनता से सहयोग की अपील भी की गई है।
गांव में मचा हड़कंप, बकायेदारों की बोलती बंद
बोर्ड लगते ही गांव और आसपास के इलाकों में यह बात आग की तरह फैल गई। अब हर आने-जाने वाला व्यक्ति दुकान पर रुकता है और बोर्ड पढ़ता है। इससे बकायेदारों को सामाजिक शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। जिन नामों का जिक्र बोर्ड पर है, अब उन्हें गांव वालों के सवालों और तंज का सामना करना पड़ रहा है। गांव के ही एक निवासी ने कहा, "राम चंदर जी ने जो किया, वह सही किया। कई लोग सालों से पैसे नहीं दे रहे थे और अब खुद शर्मिंदा हो रहे हैं।"