चिनूक से केदारनाथ धाम पहुंची गोल्फ कार, पुजारियों ने की पूजा अर्चना, जानिए कौन करेंगे सवारी

punjabkesari.in Saturday, Aug 17, 2024 - 02:38 PM (IST)

उत्तराखंड : केदारनाथ में बुजुर्ग श्रद्धालुओं को एक बड़ी सहायता देने के लिए अब थार वाहन के बाद दो गोल्फ कार को केदारनाथ पहुंचा दिया गया है। भारतीय वायु सेना की चिनूक वाहन की सहायता से आज केदारनाथ धाम पर दो गोल्फ कार को पहुंचाया गया है। यहां गोल्फ कार आने के बाद उसका अच्छे से स्वागत किया गया। आपको बता दें कि इससे पहले यहां दो थार वाहन लाए गए थे जिसका तीर्थ पुरोहित एवं अन्य लोगों ने विरोध किया था। जिसके बाद थार का संचालन बंद कर दिया गया था। 

आपदा ने 19 KM लंबे पैदल मार्ग को प्रभावित किया
31 जुलाई की रात को अत्यधिक बारिश और बादल फटने के कारण केदारनाथ के पैदल मार्ग पर बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ, जिससे 29 स्थानों पर मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और दो सड़कें बह गईं। इस आपदा ने 19 किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग को प्रभावित किया। हालांकि, अब इन सड़कों को ठीक कर लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि इस पुनर्निर्माण कार्य के लिए 260 मजदूरों ने दिन-रात कठिन मेहनत की।

15,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया 
अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिकता के रूप में पैदल मार्ग पर फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की निगरानी में और रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के नेतृत्व में चलाए गए हवाई और जमीनी बचाव अभियानों में 15,000 से अधिक श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

मार्ग पुनर्निर्माण और हवाई सेवा
केदारनाथ पैदल मार्ग को अब पूरी तरह से ठीक कर लिया गया है और श्रद्धालुओं की आवाजाही सामान्य हो गई है। इस दौरान, पिछले सप्ताह से केदारनाथ के लिए हवाई सेवा भी बहाल कर दी गई है। अधिकारियों के अनुसार, 19 किलोमीटर लंबे इस पैदल मार्ग पर 29 जगहों पर गंभीर क्षति हुई थी, लेकिन तीव्र गति से किए गए मरम्मत कार्य से अधिकांश स्थानों को दुरुस्त कर लिया गया है।

अब तक, 10,93,632 श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं। वर्तमान में प्रतिदिन 150 से 200 श्रद्धालु केदारनाथ धाम की यात्रा कर रहे हैं। इसके साथ ही, सोनप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग की मरम्मत कार्य भी तेजी से चल रहा है। इस मार्ग पर पुनर्निर्माण और सुधार कार्य पूरा होते ही, वाहनों की आवाजाही फिर से सामान्य हो जाएगी, जिससे यात्रा और भी सुगम हो जाएगी।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 


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Content Editor

Utsav Singh

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