दिल्ली के गंभीर AQI का जानवरों पर कहर: गोल्डन रिट्रीवर को हुआ ब्रोंकाइटिस, नेबुलाइजर लेते का फोटो Viral
punjabkesari.in Sunday, Nov 23, 2025 - 01:06 PM (IST)
नेशनल डेस्क। देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण (Air Pollution) का स्तर लगातार खतरनाक बना हुआ है और अब इसका सीधा असर न केवल इंसानों पर बल्कि पालतू जानवरों पर भी साफ दिखाई देने लगा है। सोशल मीडिया पर एक यूज़र द्वारा पोस्ट की गई एक मार्मिक तस्वीर ने कई लोगों को झकझोर कर रख दिया है।
गोल्डन रिट्रीवर नेबुलाइज़र पर
यूज़र द्वारा शेयर की गई तस्वीर में एक गोल्डन रिट्रीवर कुत्ता नेबुलाइज़र (Nebulizer) लेता हुआ दिखाई दे रहा है। यूज़र ने कैप्शन में दर्द बयां करते हुए लिखा, "हवा इतनी ख़राब है कि मेरा कुत्ता भी बीमार है।"
यूज़र ने बताया कि उनके पालतू कुत्ते को ब्रोंकाइटिस (Bronchitis) हो गया है जिसकी मुख्य वजह दिल्ली की ज़हरीली हवा है। उन्होंने यह भी साझा किया कि उनका पूरा परिवार बीमार है और सांस लेने में भारी दिक्कत महसूस कर रहा है।
ब्रोंकाइटिस क्यों बढ़ रहा है?
ब्रोंकाइटिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें सांस की नलियां (वायुमार्ग) सूज जाती हैं, जिससे खांसी और सांस लेने में तकलीफ होती है।
-
दिल्ली की दूषित हवा में मौजूद प्रदूषक (Pollutants), धुआं, धूल और सूक्ष्म कण (PM) इंसानों और जानवरों दोनों की सांस वाली नलियों पर सीधा हमला करते हैं।
-
यूज़र के मुताबिक उनके पालतू जानवर को यह समस्या सिर्फ इसलिए हुई क्योंकि दिल्ली का एयर पॉल्यूशन खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है।
दिल्ली का AQI: बहुत खराब श्रेणी मेंसेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 370 दर्ज किया गया। यह स्तर बहुत खराब (Very Poor) श्रेणी में आता है और सांस लेने के लिए यह बेहद असुरक्षित है। हालांकि यह आंकड़ा एक दिन पहले के 391 से थोड़ा कम है लेकिन स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है।
CPCB के मानक बताते हैं:
AQI स्तर श्रेणी 0 से 50 अच्छा 51 से 100 संतोषजनक 101 से 200 मध्यम 201 से 300 ख़राब 301 से 400 बहुत ख़राब 401 से 500 गंभीर AQI 370 के स्तर पर बच्चे, बुज़ुर्ग, अस्थमा के मरीज़ और पालतू जानवर सबसे ज़्यादा प्रभावित होते हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों का दर्द
यह तस्वीर वायरल होने के बाद सैकड़ों कमेंट्स आए जिनमें कई यूज़र्स ने अपने पालतू जानवरों के बीमार होने की कहानी साझा की:
-
एक यूज़र ने बताया, "मेरे पालतू की आंखें भी लाल हो गई हैं।"
-
दूसरे ने लिखा, "जैसे भी हो सके, दिल्ली से निकल जाओ।"
-
यह घटना दर्शाती है कि दिल्ली की दूषित हवा अब एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बन चुकी है जिसका प्रभाव पूरे जीव जगत पर पड़ रहा है।
-
कई लोगों ने बताया कि हर सर्दी उन्हें अपने बच्चों को लेवोलिन (Levolin) और बुडेकोर्ट (Budecort) जैसी दवाएं देनी पड़ती हैं और महीने में दो-तीन बार नेबुलाइज़र का इस्तेमाल करना पड़ता है।
-
एक यूज़र ने अपने बचपन का अनुभव साझा करते हुए लिखा कि वह दिल्ली में पले-बढ़े और तब भी उन्हें नेबुलाइज़र दिया जाता था लेकिन चेन्नई शिफ्ट होने के बाद उनकी स्थिति बेहतर हो गई।
