Gold Silver Rate Today Crash: इन 4 कारणों से गिरे सोने के दाम, चांदी में भी गिरावट... जानें 2026 का अपडेट

punjabkesari.in Monday, Dec 29, 2025 - 07:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अगर आप सोना या चांदी खरीदने की योजना बना रहे थे, या पहले से इन कमोडिटीज में निवेश कर रखा है, तो 29 दिसंबर का दिन आपको चौंका सकता है। रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद सोना, चांदी और कॉपर की कीमतों में अचानक तेज गिरावट देखने को मिली। कहीं 2% तो कहीं 14% तक फिसलन दर्ज की गई। सवाल यह है कि जब बाजार मजबूत नजर आ रहा था, तब अचानक ऐसा क्या हुआ? आइए आसान भाषा में समझते हैं वो 4 बड़ी वजहें, जिनकी वजह से कमोडिटी बाजार में हड़कंप मच गया।

पिछले कुछ महीनों से सोना, चांदी और कॉपर लगातार चढ़ाई पर थे। निवेशकों को लगने लगा था कि ये मेटल्स नई ऊंचाइयों पर टिके रहेंगे। लेकिन 29 दिसंबर को तीनों कमोडिटीज में एक साथ जोरदार गिरावट आई और निवेशकों की चिंता बढ़ गई।

वजह नंबर 1: मुनाफावसूली का दबाव

जब किसी एसेट में लंबी और तेज रैली होती है, तो बड़े निवेशक मुनाफा निकालना शुरू कर देते हैं। 2025 में सोना, चांदी और कॉपर ने जबरदस्त तेजी दिखाई थी। ऐसे में ऊंचे दामों पर बिकवाली बढ़ना स्वाभाविक था। एक्सपर्ट प्रणव मेर के मुताबिक, इतनी बड़ी रैली के बाद 2026 में उसी तरह का रिटर्न मिलना मुश्किल हो सकता है, इसी सोच के साथ मुनाफावसूली ने बाजार पर दबाव बनाया।

वजह नंबर 2: जियो-पॉलिटिकल टेंशन में नरमी

सोना और चांदी को आमतौर पर तब सुरक्षित निवेश माना जाता है, जब दुनिया में अनिश्चितता और डर का माहौल हो। हालिया घटनाक्रम में अमेरिका और यूक्रेन के बीच बातचीत से रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर उम्मीद जगी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की मुलाकात के बाद बाजार को लगा कि हालात सुधर सकते हैं। जैसे ही डर कम हुआ, सेफ-हेवन मेटल्स पर दबाव बढ़ गया।

वजह नंबर 3: चीन की सप्लाई से जुड़ी खबरें

रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन 2026 से कुछ मेटल्स के एक्सपोर्ट पर सख्ती करने की तैयारी में है। इस मुद्दे पर एलन मस्क ने भी चिंता जताई है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज का कहना है कि इससे फिजिकल मेटल की सप्लाई और पेपर प्राइसिंग के बीच अंतर बढ़ सकता है। ऐसी खबरें बाजार में अनिश्चितता लाती हैं, जिससे उतार-चढ़ाव और तेज हो जाता है।

वजह नंबर 4: मार्जिन बढ़ने से जबरन बिकवाली

CME Group ने सिल्वर डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स पर मार्जिन बढ़ा दिया है। अब निवेशकों को पोजीशन बनाए रखने के लिए ज्यादा पैसा जमा करना होगा। जिन निवेशकों के पास अतिरिक्त फंड नहीं थे, उनकी पोजीशन जबरन काटी गई, जिससे चांदी में तेज बिकवाली देखने को मिली।


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News Editor

Parveen Kumar

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