Gold Rate Down: खरीदारों के लिए सुनहरा मौका, फेड की दर कटौती के बाद सोना-चांदी की कीमतों में आई गिरावट

punjabkesari.in Thursday, Sep 18, 2025 - 06:54 PM (IST)

नेशनल डेस्कः अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने फेडरल फंड्स रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की घोषणा की है, जिसके बाद अमेरिकी डॉलर की मजबूती से भारत के मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। यह कटौती अमेरिकी नौकरी बाजार की कमजोरी को भी दर्शाती है। सुबह 9:05 बजे के आसपास एमसीएक्स पर अक्टूबर डिलीवरी वाला सोना 0.42% गिरकर ₹1,09,362 प्रति 10 ग्राम और दिसंबर डिलीवरी वाली चांदी 0.46% गिरकर ₹1,26,403 प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रही थी।

ब्याज दरों में दो और कटौतियां

फेडरल रिजर्व ने यह संकेत भी दिया है कि इस साल के अंत तक ब्याज दरों में दो और कटौतियां हो सकती हैं। केंद्रीय बैंक की अगली बैठकें 28-29 अक्टूबर और 9-10 दिसंबर को निर्धारित हैं। हालांकि फेड की बयानबाजी को बाजार ने आक्रामक माना है, जिससे डॉलर सूचकांक में 0.20% से अधिक की वृद्धि हुई और सोने की कीमतें दबाव में आईं।

रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक जिगर त्रिवेदी ने बताया कि फेड अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने आगे की ढील पर सतर्क रुख अपनाया है और इसे श्रम बाजार में नरमी के जवाब में जोखिम-प्रबंधन कदम बताया है। वहीं, भारत में पुराने सोने के आभूषणों और सिक्कों की आपूर्ति सीमित बनी हुई है क्योंकि निवेशक कीमतों में और बढ़ोतरी की उम्मीद में सर्राफा बाजार में सोना नहीं बेच रहे।

कीमतों में थोड़ी गिरावट आने पर सोना खरीदना अच्छा

इस साल सोने की कीमतों में करीब 40% की तेजी आई है। वैश्विक तनाव, टैरिफ अनिश्चितताएं, केंद्रीय बैंकों की खरीदारी और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें सोने को शेयर बाजारों से बेहतर प्रदर्शन करवा रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कीमतों में थोड़ी गिरावट आने पर सोना खरीदना अच्छा रहेगा क्योंकि दीर्घकालिक रुझान अभी भी सकारात्मक है।

अनुज गुप्ता ने कहा

सेबी-पंजीकृत कमोडिटी विशेषज्ञ अनुज गुप्ता ने कहा, "फेड की ब्याज दर कटौती के बाद कुछ मुनाफावसूली हो सकती है, इसलिए केवल गिरावट पर खरीदारी करनी चाहिए, मौजूदा ऊंचे स्तरों पर नहीं।" उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी श्रम बाजार और मुद्रास्फीति पर फेड की चिंताएं सोने और चांदी की कीमतों पर लंबी अवधि में सकारात्मक असर डालेंगी।

25 आधार अंकों की कटौती

रेलिगेयर ब्रोकिंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने भी माना कि 25 आधार अंकों की कटौती से थोड़ी मुनाफावसूली संभव है, लेकिन अगर कीमतें 3,650 डॉलर प्रति औंस के प्रमुख समर्थन स्तर से ऊपर बनी रहती हैं तो सोने की कीमतों का रुख सकारात्मक रहेगा। मिश्रा ने कहा, "फेडरल रिजर्व की ढीली नीति की उम्मीदों और सुरक्षित निवेशों की वैश्विक मांग से धातुओं को मजबूती मिल रही है।"
 


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Content Editor

Sahil Kumar

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