Gold Rate: सोना फिर हुआ महंगा, चांदी की कीमतों में आई गिरावट
punjabkesari.in Friday, Oct 31, 2025 - 08:56 PM (IST)
नेशनल डेस्कः दिल्ली के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने के दामों में तेजी देखने को मिली। 99.9 फीसदी शुद्धता वाले सोने का भाव 2,200 रुपये बढ़कर 1,25,600 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया। वहीं, चांदी की कीमतों में 2,000 रुपये की गिरावट हुई और यह 1,53,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि रुपये की कमजोरी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता की वजह से सोने की मांग को मजबूती मिल रही है।
रुपये की कमजोरी से सोने को मिला सहारा
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी ने बताया, “हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन सोने में तेजी दर्ज की गई क्योंकि रुपये में गिरावट आई।” शुक्रवार को रुपया शुरुआती नुकसान से संभलकर 88.69 प्रति डॉलर पर स्थिर हुआ, लेकिन घरेलू बाजार में कमजोर इक्विटी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत डॉलर ने सोने की कीमतों को ऊंचा बनाए रखा।
गांधी के अनुसार, जब रुपया कमजोर होता है, तो डॉलर में सोने का आयात महंगा पड़ता है, जिससे घरेलू कीमतों में इजाफा होता है।
चांदी की कीमतों में गिरावट
सोने की तेजी के उलट, चांदी की कीमतों में शुक्रवार को गिरावट देखी गई। चांदी 2,000 रुपये टूटकर 1,53,000 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। गुरुवार को यह 1,55,000 रुपये प्रति किलो पर थी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने के मुकाबले चांदी का औद्योगिक उपयोग अधिक होता है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेतों ने चांदी की मांग को कमजोर किया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में हलचल
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतों में मामूली गिरावट आई। स्पॉट गोल्ड 0.52 फीसदी गिरकर 4,003.49 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। वहीं, सिल्वर की कीमत हल्की बढ़त के साथ 48.97 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई। निवेशक अभी भी सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं, क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच जारी कारोबारी तनाव बना हुआ है।
सौमिल गांधी के अनुसार, “अमेरिकी राष्ट्रपति और चीन के राष्ट्रपति की बैठक सकारात्मक रही, लेकिन दोनों देशों के बीच लंबी अवधि के प्रतिस्पर्धात्मक दबावों को लेकर चिंता बनी हुई है। यही कारण है कि निवेशकों ने फिर से सोने की ओर रुख किया है।”
आगे कैसा रहेगा सोने का रुख
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी और रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने बताया, “गोल्ड की कीमतें इस हफ्ते अस्थिर रहीं, लेकिन सकारात्मक रुझान के साथ ट्रेड कर रही हैं। फिलहाल 1,18,000 रुपये पर सपोर्ट और 1,24,000 रुपये पर रेजिस्टेंस लेवल नजर आ रहा है। जब तक अमेरिका-चीन और अमेरिका-भारत के बीच ट्रेड बैलेंस पर स्थिति स्पष्ट नहीं होती, सोने में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।”
विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय निवेशकों के लिए सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनता दिख रहा है। त्योहारी सीजन में ज्वैलर्स की बढ़ी खरीदारी ने भी घरेलू बाजार में सोने की कीमतों को ऊपर की ओर धकेला है।
