गोल्ड लोन में 71.3% की बढ़ोतरी, दिसंबर 2024 में क्रेडिट ग्रोथ में आई मंदी
punjabkesari.in Thursday, Feb 06, 2025 - 12:40 PM (IST)
नेशनल डेस्क: दिसंबर 2024 में गोल्ड लोन में 71.3% की वृद्धि देखी गई, जो पिछले साल के मुकाबले काफी अधिक है, जब यह सिर्फ 17% थी। बैंकों के मुताबिक, इस वृद्धि का मुख्य कारण गोल्ड लोन को रिटेल लोन में ट्रांसफर करना और सोने की कीमतों में 22% की बढ़ोतरी है। रिटेल लोन के मुकाबले गोल्ड लोन की सीमा कम होती है, इसलिए बैंकों ने अपने लोन का पुनर्वर्गीकरण किया है ताकि अधिक सीमा वाले लोन दिए जा सकें। आई.आई.एफ.एल. फाइनेंस के स्ट्रेटेजी और को-लेंडिंग प्रमुख किर्ति टिमनागौडर के अनुसार, गोल्ड लोन में वृद्धि के पीछे सबसे बड़ा कारण सोने की कीमतों में हुई बढ़ोतरी है। जैसे-जैसे सोने की कीमतें बढ़ी हैं, वैसे-वैसे आभूषणों के खिलाफ लिए गए ऋण का मूल्य भी बढ़ गया है। इसके अलावा, असुरक्षित ऋण पर कड़ी कार्रवाई और माइक्रो फाइनेंस संस्थाओं (MFI) के क्षेत्र में आ रहे तनाव भी इस वृद्धि के कारण हो सकते हैं।
हालांकि गोल्ड लोन में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन बैंकों का क्रेडिट ऑफटेक धीमा हो गया है। दिसंबर 2024 में नॉन-फूड क्रेडिट ग्रोथ घटकर 11.1% रह गई, जबकि दिसंबर 2023 में यह 15.8% थी। इस गिरावट का मुख्य कारण आरबीआई की सख्त नीतियां, कड़े जोखिम मानक (risk weights) और बैंकों द्वारा क्रेडिट-टू-डिपॉजिट (C/D) रेश्यो को नियंत्रित करने के प्रयास हैं। केयर रेटिंग्स के मुताबिक, इस गिरावट का एक और कारण हाई बेस इफेक्ट और आरबीआई की सख्त नीतियां हैं, जिनमें एलसीआर (liquidity coverage ratio) और अन्य नियमों को लागू किया गया है। इसके अलावा, दिसंबर 2024 में एग्रीकल्चर, एमएसएमई, गोल्ड लोन और हाउसिंग लोन जैसे क्षेत्रों ने क्रेडिट ग्रोथ में योगदान दिया है, लेकिन अन्य क्षेत्रों में धीमी वृद्धि के कारण कुल कर्ज वितरण पर असर पड़ा है।
पर्सनल लोन की ग्रोथ में गिरावट
पर्सनल लोन की वृद्धि भी दिसंबर 2024 में घटकर 12% रह गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 17.6% थी। इस गिरावट का मुख्य कारण कंज्यूमर ड्यूरेबल्स पर लोन की कमी और पर्सनल लोन, व्हीकल लोन और क्रेडिट कार्ड बैलेंस की धीमी वृद्धि है। इसके अलावा, आरबीआई के कड़े कदम और असुरक्षित ऋणों पर दबाव के कारण भी इस गिरावट को बढ़ावा मिला है। हालांकि, हाउसिंग और गोल्ड लोन में अच्छी वृद्धि देखने को मिली है, जिसने स्थिति को आंशिक रूप से संतुलित किया है।
सर्विस सेक्टर में भी धीमी वृद्धि
सर्विस सेक्टर में भी क्रेडिट ग्रोथ धीमी रही। दिसंबर 2024 में सर्विस सेक्टर की वृद्धि 11.7% रही, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 20% थी। इस गिरावट की मुख्य वजह नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFCS) और ट्रेड सेक्टर को दिए गए लोन में कमी बताई जा रही है। हालांकि, कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर और प्रोफेशनल सर्विसेज जैसे क्षेत्रों में क्रेडिट ग्रोथ तेज रही है।
इंडस्ट्री और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में मिश्रित परिणाम
इंडस्ट्री सेक्टर को दिए जाने वाले बैंक लोन की ग्रोथ मामूली गिरावट के साथ दिसंबर 2024 में 7.2% रही, जबकि पिछले साल यह 7.5% थी। खाद्य प्रसंस्करण (food processing) और पेट्रोलियम एवं कोल उत्पादों (petroleum and coal products) जैसे क्षेत्रों में वृद्धि देखी गई है। हालांकि, इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में गिरावट देखने को मिली है, जिससे कुल उद्योग लोन पर असर पड़ा है।
बैंकों का क्रेडिट वितरण धीमा
दिसंबर 2024 में कुल बैंक क्रेडिट ग्रोथ 11.1% पर पहुंच गई, जो पिछले साल दिसंबर 2023 में 15.8% थी। इस गिरावट को लेकर कई कारण हैं, जिनमें मुख्य रूप से नॉन-फूड क्रेडिट ग्रोथ का धीमा होना और पर्सनल लोन तथा सर्विस सेक्टर की मंदी शामिल हैं। इसके साथ ही, बैंकों का ध्यान अपने क्रेडिट-टू-डिपॉजिट रेश्यो (C/D ratio) को नियंत्रित करने पर है, जो अभी भी लगभग 80% के आसपास बना हुआ है। दिसंबर 2024 में गोल्ड लोन में बड़ी बढ़ोतरी और क्रेडिट ग्रोथ की मंदी को लेकर कई कारण सामने आ रहे हैं। जहां सोने की कीमतों में वृद्धि ने गोल्ड लोन को बढ़ावा दिया है, वहीं पर्सनल लोन, सर्विस सेक्टर और बैंकों के कर्ज वितरण में मंदी ने क्रेडिट ग्रोथ को धीमा कर दिया है।