स्कूल के बाथरूम में लगा सीसीटीवी कैमरा, प्रिंसिपल रूम में लाइव फुटेज चलने के लगे आरोप

punjabkesari.in Friday, Jan 31, 2025 - 02:03 PM (IST)

नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। लिंगियाडीह इलाके के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के लड़कों के बाथरूम में एक कैमरा मिला। यह घटना स्कूल के बाथरूम में सुरक्षा के नाम पर कैमरा लगाने से जुड़ी हुई है, लेकिन जब कैमरा की जांच की गई तो इसने कुछ और ही सवाल खड़े कर दिए। स्कूल के प्रिंसिपल एम. के. मिश्रा ने दावा किया कि यह एक "डमी कैमरा" था, जिसे बाथरूम में होने वाली तोड़फोड़ को रोकने के लिए लगाया गया था। लेकिन यह घटना अब इलाके में चर्चा का विषय बन गई है।

क्या कहता है स्कूल प्रशासन?
स्कूल के प्रिंसिपल एम. के. मिश्रा ने इस मामले पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि यह कैमरा असली नहीं था, बल्कि एक नकली कैमरा था जिसे बाथरूम में हो रही तोड़फोड़ की घटनाओं को रोकने के लिए लगाया गया था। उनका कहना था कि बच्चों ने बाथरूम में कई बार तोड़फोड़ की थी, जिससे स्कूल प्रशासन को यह कदम उठाना पड़ा। लेकिन इस दावे के बावजूद, एक और चौंकाने वाली बात सामने आई। स्कूल के कर्मचारियों ने बताया कि इस "डमी कैमरा" से जुड़े फुटेज प्रिंसिपल के ऑफिस से लाइव देखे जा रहे थे, जो इस बात को और संदेहास्पद बनाता है।

अधिकारियों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, जिले के प्रभारी शिक्षा अधिकारी ने गंभीर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बाथरूम जैसी निजी जगह पर कैमरा लगाना किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं है, चाहे वह असली हो या नकली। शिक्षा विभाग ने तत्काल कैमरा हटाने का आदेश दे दिया और इस मामले की पूरी जांच शुरू कर दी। अधिकारियों ने यह भी कहा कि फुटेज की जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिससे आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया। वीडियो में कैमरे की पहचान की गई और इसको लेकर लोगों ने अपनी चिंता जताई। कई लोगों ने इसे सुरक्षा के नाम पर बच्चों की गोपनीयता का उल्लंघन बताया, जबकि कुछ ने इसे केवल एक "नकली कैमरा" का मामला बताया।

शिक्षा विभाग की कार्रवाई
शिक्षा विभाग ने तुरंत इस मामले की गंभीरता को समझते हुए पूरी जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि कैमरा असली था या नकली, और अगर यह लाइव फुटेज दिखाई जा रही थी तो इसका क्या उद्देश्य था। इसके अलावा, यह भी पता लगाया जा रहा है कि स्कूल प्रशासन ने इस कदम को क्यों उठाया और क्या इसे सही ठहराया जा सकता है।


इस घटना ने स्कूल प्रशासन और शिक्षा विभाग दोनों को सवालों के घेरे में ला दिया है। अधिकारियों का कहना है कि यह गंभीर मामला है और इसकी पूरी जांच की जाएगी। इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही या दोषी पाए गए व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Ashutosh Chaubey

Related News