हार से सदमे में समर्थक, एक के बाद एक पांच समर्थकों ने की आत्महत्या, बिलखते परिवार को देख रो पड़ीं पकंजा मुंडे

punjabkesari.in Tuesday, Jun 18, 2024 - 06:13 AM (IST)

नेशनल डेस्कः हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेता पंकजा मुंडे को महाराष्ट्र की बीड से मिली हार के बाद उनके समर्थकों को बड़ा झटका लगा है। ऐसे में मुंडे समर्थकों का आत्महत्या का दौर जारी है। पंकजा मुंडे की हार से आहत अब तक 5 समर्थक आत्महत्या कर चुके हैं। रविवार रात एक युवक संदीप शिरसाट ने भी आत्महत्या कर ली। पंकजा मुंडे ने सोमवार को आत्महत्या करने वाले युवक के परिवार से मुलाकात की। पंकजा मुंडे को देख परिवार फूट-फूट कर रोने लगा। अब तक पांच मुंडे समर्थकों की मौत हो चुकी है। पंकजा मुंडे लगातार आत्महत्या न करने की अपील कर रही हैं। हालांकि एक के बाद एक समर्थक आत्महत्या कर रहे हैं। ये देखकर उनका दिल भी दुखी हो रहा है।

दरअसल, इस लोकसभा चुनाव में बीड लोकसभा महायुति की उम्मीदवार पंकजा मुंडे हार गई हैं। महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार बजरंग सोनवणे और पंकजा मुंडे के बीच सीधी टक्कर देखने को मिली। बीड लोकसभा क्षेत्र में 15 लाख 19 हजार 523 मतदाताओं ने मतदान किया। चुनाव में पंकजा मुंडे 6 हजार 553 वोटों से हार गईं. फैसला 4 जून को सुनाया गया। उसके बाद पंकजा मुंडे की हार के वजह से युवा आत्महत्या करने लगे।

पंकजा मुंडे की हार के कारण सचिन कोंडीबा मुंडे (उम्र 30, निवासी येस्टार, निवासी अहमदपुर, जिला लातूर), पांडुरंग रामभाऊ सोनवणे (निवास डीघोल अंबा ,अंबाजोगाई जिला बीड), पोपट वैभसे (निवासी चिंचवाड़ी), आष्टी जिला बीड) और गणेश (उर्फ) हरिभाऊ भाऊसाहेब बड़े (उम्र 35, निवासी वारनी, शिरूर कसार जिल्हा बीड) संदीप शिरसाट ने आत्महत्या कर ली। 

पंकजा मुंडे की ओर से क्या अपील?
पंकजा मुंडे ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि जीवन से हार मत मानो। मेरे कार्यकर्ता मेरे लिए महत्वपूर्ण हैं। कृपया ऐसा कदम न उठाएं। अपने बच्चों और परिवार को न छोड़ें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि मैं बहुत बहादुर इंसान हूं। हार के बावजूद मैं कभी असहज नहीं हूं। लेकिन इससे (समर्थकों के आत्महत्या करने) मुझे गहरा सदमा पहुंचा है और मैं खुद को दोषी महसूस करती हूं कि लोग अपनी जान दे रहे हैं। मैं आपको एक मौका दूंगी। मैं आपकी कसम खाता हूं। राजनीति में हार-जीत चलती रहती है। लोगों में हीन भावना पैदा होती जा रही है। पंकजा मुंडे ने कहा कि ये भावनाएं लोगों को विरोध के लिए प्रेरित कर रही हैं।

फूट-फूटकर रोने लगीं पंकजा मुंडे
दूसरी ओर बीड के आष्टी तालुका के चिंचवाड़ी के पोपट बैबसे ने एक पेड़ से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। रविवार को पंकजा मुंडे ने बैबसे परिवार से मुलाकात की। पंकजा को देखते ही बैबसे की पत्नी और बच्चे बिलख पड़े। ये देखकर पंकजा भी फूट-फूटकर रोने लगीं। उन्होंने कहा कि राजनीति में हार-जीत लगी रहती है। कई महान नेता हार गए लेकिन इस हार की वजह मौजूदा हालात हैं। उन्होंने कहा कि आत्महत्याओं से सदमे में हूं।



 


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Content Writer

Yaspal

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