बही खाता 2020: सीतारमण ने दिया अब तक का सबसे बड़ा बजट भाषण, इतने घंटे तक बोलीं लगातार

punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2020 - 03:30 PM (IST)

नेशनल डेस्कः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को मोदी सरकार-2 में अपना पहला पूर्ण बजट पेश किया। निर्मला सीतारमण ने अब तक का सबसे बड़ा बजट भाषण दिया। लोकसभा में वित्त मंत्री का भाषण करीब पौने तीन घंटे तक चला। अपने भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने किसान, रेल, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर कई घोषणाएं कीं। सीतारमण ने इस पूरे बजट को 160 मिनट में पढ़ा।

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हालांकि अभी वे और बोलना चाहती थीं लेकिन इसी दौरान उनकी तबीयत बीच में थोड़ी खराब हो गई जिसके चलते उन्होंने अपने भाषण का समापन किया। बता दें कि सीतारमण ने आजादी के बाद 53वीं आम बजट को पेश किया। पहला आम बजट 26 नवंबर 1947 को तत्कालीन वित्त मंत्री आर के षणमुखम चेट्‍टी ने पेश किया था। और आजादी के बाद अब तक 10 वित्त मंत्रियों ने कुल 52 बार बजट पेश किया है।

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मनमोहन सिंह ने दिया था दूसरा सबसे लंबा भाषण
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले लंबा बजट भाषण दिया था। यूपीए में वित्त मंत्री के दौरान उन्होंने 1991 में सबसे लंबा भाषण दिया था। मनमोहन सिंह ने तब 18700 शब्दों का भाषण दिया था जो कि अब दूसरा सबसे बड़ा भाषण हो गया है। सबसे छोटा बजट भाषण वाई बी चह्वाण का था, जो केवल 9300 शब्दों का था। वहीं दूसरे स्थान पर सबसे छोटा भाषण मोरारजी देसाई का है जो 10 हजार शब्दों का पेश किया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जुलाई 2019 में भी बजट पेश किया था जो 1 हजार शब्दों का था। वहीं इस बार उन्होंने रिकॉर्ड तोड़ दिया।

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इन्होंने किया सबसे अधिक बजट पेश
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने अब तक सबसे अधिक 10 बार बजट पेश किया है। मोरारजी 6 बार वित्त मंत्री और 4 बार उप प्रधानमंत्री रहे। इनमें 2 अंतरिम बजट भी शामिल हैं। अपने जन्मदिन पर दो बार बजट पेश करने मोरारजी देश के एकमात्र वित्त मंत्री रहे हैं।

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मोदी सरकार ने बदली पंरपरा
मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद बजट को लेकर कई परंपराएं बदली हैं।

  • साल 2017 से पहले बजट फरवरी महीने के आखिरी कामकाजी दिन पेश किया जाता था। लेकिन साल 2017 से मोदी सरकार ने 1 फरवरी या फरवरी के पहले कामकाजी दिन में बजट पेश करना शुरू कर दिया।
  • साल 2017 के बजट से ही केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने रेल बजट को आम बजट में मिला लिया। 92 सालों से चले आ रहे आम बजट और रेल बजट को एक आपस में जोड़कर एक साथ पेश किया जाने लगा।
  • पहले बजट शाम को पेश होता था लेकिन मोदी सरकार ने इसे पेश करने का समय सुबह कर दिया।
  • साल 2019 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ब्रीफकेस के बजाए लाल कपड़े के फोल्डर में बजट लेकर संसद भवन पहुंची। मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रहमण्यन ने इसे लेकर तर्क दिया कि लाल कपड़े में बजट पेश करना भारतीय परंपरा है, जबकि अभी तक ब्रीफकेस में बजट प्रतियां लाना एक तरह से अंग्रेजों की गुलामी का प्रतीक था। उन्होंने कहा कि यह एक बजट नहीं, बल्कि बही खाता है।
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Seema Sharma

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