CCTV में झगड़ा, अगले दिन फ्लैट में मिली पति-पत्नी की ला''श, जांच में जुटी पुलिस
punjabkesari.in Monday, Jun 30, 2025 - 01:32 AM (IST)

नेशनल डेस्कः शुक्रवार को जयपुर के दादूदयाल नगर में स्थित अपने फ्लैट में 40 वर्षीय बैंक मैनेजर और उनकी 36 वर्षीय पत्नी रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए। एक दिन पहले सीसीटीवी फुटेज में अपार्टमेंट की पार्किंग में दोनों के बीच बहस होते हुए देखा गया था। पुलिस का कहना है कि यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन जांच जारी है, जिसमें संभावित गड़बड़ी की संभावना भी शामिल है। मृतक धर्मेंद्र चौधरी और उनकी पत्नी सुमन को आखिरी बार गुरुवार रात करीब 10:56 बजे अपने अपार्टमेंट में एक साथ प्रवेश करते हुए देखा गया था।
कुछ घंटे पहले सीसीटीवी फुटेज में दोनों के बीच तनावपूर्ण बातचीत दिखाई दी थी - जिसमें सुमन धर्मेंद्र को उनकी कार में जाने से रोकती हुई दिखाई दे रही थीं, उसके बाद एक भावुक पल में उन्होंने अपना सिर उनके कंधे पर रख दिया। बाद में, कथित तौर पर एक अन्य क्लिप में धर्मेंद्र को झड़प के दौरान सुमन को धक्का देते हुए दिखाया गया। पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की कि धर्मेंद्र को फांसी पर लटका हुआ पाया गया, जबकि सुमन को फर्श पर बेजान अवस्था में पाया गया। जबरन प्रवेश के कोई संकेत नहीं मिले, और कुछ भी चोरी नहीं हुआ। अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मामला तब सामने आया जब धर्मेंद्र काम पर नहीं आए और उनसे संपर्क नहीं हो पाया। चिंतित सहकर्मियों ने एक मित्र को सूचित किया, जिसने एक रिश्तेदार को दंपत्ति के घर भेजा। खुले फ्लैट में प्रवेश करने पर उन्हें शव मिले और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
जांचकर्ताओं को शुरू में आत्महत्या का संदेह था, लेकिन वे विवाहेतर संबंध सहित संभावित वैवाहिक कलह की भी जांच कर रहे हैं। पड़ोसियों और परिचितों ने कहा कि दंपत्ति ने हाल ही में फ्लैट खरीदा था और वे आर्थिक रूप से स्थिर लग रहे थे। धर्मेंद्र एक निजी बैंक की बीमा शाखा में काम करता था और सुमन कथित तौर पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी।
सुमन के पिता अजय सिंह ने गड़बड़ी का संदेह जताया है, उनका दावा है कि उनकी बेटी के शरीर पर चोट के निशान दिखाई दे रहे थे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "हमें कोई वैवाहिक कलह नहीं पता था। अधिकारियों को हत्या के पहलू की भी जांच करनी चाहिए।"
दंपत्ति के मोबाइल फोन और डिजिटल डिवाइस को फोरेंसिक लैब में भेज दिया गया है। जांचकर्ता उनकी मौत की वजह का पता लगाने के लिए कॉल रिकॉर्ड और संदेशों की जांच कर रहे हैं।
दंपत्ति अपने पीछे 11 और 8 साल की दो बेटियों को छोड़ गए हैं, जो वर्तमान में गर्मियों की छुट्टियों के लिए भरतपुर में अपने दादा-दादी के साथ रह रही हैं। पुलिस ने कहा कि बच्चों को अभी तक उनके माता-पिता की मौत के बारे में नहीं बताया गया है।
मुहाना पुलिस का कहना है कि वे इस मामले को आत्महत्या मान रहे हैं, जब तक कि ठोस सबूत कुछ और न बता दें। स्टेशन ऑफिसर गुर भूपेंद्र ने कहा, "हम सभी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं। इस स्तर पर किसी भी सिद्धांत को खारिज नहीं किया जा रहा है।"
इस दुखद घटना ने आवासीय समुदाय में खलबली मचा दी है। कई निवासियों ने दंपति को विनम्र और खुशमिजाज बताया। लेकिन सीसीटीवी फुटेज से लेकर व्यक्तिगत डिजिटल रिकॉर्ड तक के उभरते सबूत बताते हैं कि बंद दरवाजों के पीछे शायद किसी को भी अंदाजा नहीं था।