Fastag Transaction Toll Plaza: टोल पर नहीं रुकी आपकी गाड़ी, इस बैंक का FASTag रहा 100% सफल, बाकी बैंक पीछे छूटे
punjabkesari.in Tuesday, Apr 29, 2025 - 12:59 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अक्सर हाईवे पर सफर करते वक्त गाड़ियों की लंबी कतारें और टोल प्लाजा पर लगने वाला जाम आम बात हो गई है। इसकी सबसे बड़ी वजह बनता है फास्टैग ट्रांजेक्शन में देरी या असफलता। भले ही वाहन मालिक ने अपने FASTag अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस रखा हो, फिर भी टोल प्लाजा पर लगे स्कैनर कई बार भुगतान पूरा नहीं कर पाते। इससे न सिर्फ समय बर्बाद होता है, बल्कि यात्रियों को टोल कर्मचारियों से अनावश्यक बहस भी झेलनी पड़ती है। लेकिन इस बीच HDFC बैंक ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया है, जो बाकी बैंकों के लिए मिसाल बन गया है। मार्च 2025 में HDFC का फास्टैग ट्रांजेक्शन 100% सफल रहा है। यानी इस बैंक से जारी फास्टैग इस्तेमाल करने वाले किसी भी ग्राहक को टोल पर नहीं रुकना पड़ा।
NPCI की रिपोर्ट में खुलासा
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2025 में देशभर के 12 प्रमुख बैंकों में से सिर्फ HDFC बैंक का FASTag ट्रांजेक्शन पूरी तरह सफल रहा। वहीं, बाकी बैंकों में कहीं न कहीं तकनीकी या नेटवर्क से जुड़ी दिक्कतों के कारण ट्रांजेक्शन फेल हो गए। इससे न सिर्फ वाहन चालकों को परेशानी हुई, बल्कि टोल प्लाजा पर जाम की स्थिति भी बनी रही।
किन बैंकों के ग्राहक हुए परेशान?
रिपोर्ट के अनुसार, IDBI बैंक, यस बैंक और एयरटेल पेमेंट बैंक के फास्टैग ट्रांजेक्शन सबसे अधिक खारिज हुए। कई बार भुगतान प्रक्रिया के बीच में ही तकनीकी समस्या आ जाती है, जिससे पैसे कटते नहीं और गाड़ी टोल प्लाजा पर अटक जाती है। वहीं, देशभर में फास्टैग की बड़ी हिस्सेदारी रखने वाला ICICI बैंक भी ट्रांजेक्शन असफलता के मामले में पूरी तरह सुरक्षित नहीं रहा, लेकिन उसकी स्थिति इन तीन बैंकों से बेहतर रही।
HDFC का शानदार प्रदर्शन क्यों मायने रखता है?
मार्च 2025 में HDFC बैंक के फास्टैग ट्रांजेक्शन 100% सफल रहे। इसका मतलब है कि न कोई तकनीकी खराबी हुई, न ही किसी ग्राहक का भुगतान रुका। ऐसे में जो ग्राहक HDFC का फास्टैग इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें टोल पर बेवजह रुकना या विवाद झेलना नहीं पड़ा। यह सुविधा उन्हें तेज, सुरक्षित और जाम से मुक्त यात्रा का अनुभव देती है।
फास्टैग फेल हो रहा है? ये करें उपाय
अगर आपकी गाड़ी बार-बार टोल पर अटक जाती है, तो यह वक्त है कुछ जरूरी कदम उठाने का:
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फास्टैग स्टिकर पुराना है? 3 साल से ज्यादा पुराना स्टिकर हो तो नया लगवाएं।
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वाहन की जानकारी अपडेट करें - गाड़ी का नंबर, मालिक का नाम और अकाउंट डिटेल सही है या नहीं, जांचें।
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नया वाहन है? नई गाड़ी खरीदने के 60 दिन के भीतर फास्टैग में नंबर अपडेट करवाना जरूरी है।
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बैंक बदलने पर विचार करें – अगर बार-बार समस्या आ रही है तो बैंक बदलना समझदारी होगी। HDFC इस मामले में बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
क्यों जरूरी है 100% सफल ट्रांजेक्शन?
FASTag प्रणाली को लागू करने का मकसद यही था कि टोल पर गाड़ी बिना रुके आगे बढ़ सके। इससे न सिर्फ समय की बचत होती है, बल्कि ईंधन और ध्वनि प्रदूषण भी कम होता है। लेकिन जब ट्रांजेक्शन फेल हो जाते हैं, तो यह पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। ऐसे में बैंकों की जिम्मेदारी बनती है कि वे ग्राहकों को ऐसी सेवा दें, जिस पर वह भरोसा कर सकें।