राजस्थान में निर्माणाधीन एथेनॉल फैक्ट्री पर मचा बवाल, किसानों और पुलिस के बीच हुई ज़बरदस्त भिड़ंत
punjabkesari.in Thursday, Dec 11, 2025 - 01:14 PM (IST)
नेशनल डेस्क: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले का टिब्बी क्षेत्र में बुधवार को राठीखेड़ा गांव के पास बन रही एथेनॉल फैक्ट्री का विरोध कर रहे किसानों और पुलिस के बीच भीषण झड़प हो गई। इस झड़प में प्रदर्शनकारी किसानों ने ट्रैक्टरों का इस्तेमाल करते हुए निर्माणाधीन फैक्ट्री की चारदीवारी को पूरी तरह ढहा दिया। भीड़ को रोकने की कोशिश में पुलिस ने लाठीचार्ज किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों का संख्या ज्यादा होने के कारण पुलिस को पीछे हटना पड़ा।
बेकाबू हुए हालात
झड़प के बाद वहां के हालात नियंत्रण से बाहर हो गए। मौके से हिंसा व आगजनी की घटनाएँ सामने आईं। प्रदर्शनकारियों ने मौके पर मौजूद 10 कारों और एक जेसीबी मशीन को आग के हवाले कर दिया, जबकि 3 अन्य जेसीबी और 2 वाहनों में तोड़फोड़ की गई।

इंटरनेट हुआ बंद
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत टिब्बी कस्बे और आसपास के कई गांवों में इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश दिया। एहतियात के तौर पर स्कूलों और बाजारों को भी बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। संघर्ष के दौरान संगरिया के विधायक अभिमन्यु पूनिया के सिर में चोट लगी है।
क्यों भड़का विवाद?
राठीखेड़ा में लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत से एथेनॉल प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। किसान पिछले कई महीनों से इसका विरोध कर रहे थे, लेकिन हाल ही में प्रशासन ने उनका धरनास्थल खाली करवा दिया था। किसानों का आरोप है कि यह फैक्ट्री ग्रामीण क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ाएगी और उनकी खेती को बुरी तरह प्रभावित करेगी। उनका यह भी कहना है कि इंदिरा गांधी नहर के प्रदूषित पानी की समस्या पहले से ही मौजूद है और फैक्ट्री इसे और बढ़ाएगी।
विपक्षी दलों का मिला खुला समर्थन
इस किसान आंदोलन को कई विपक्षी दलों का खुला समर्थन मिला है। श्रीगंगानगर के सांसद कुलदीप इंदोरा और संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया सहित हरियाणा और पंजाब के किसान संगठनों के नेताओं ने भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जनता की आपत्तियों और ग्रामीणों की चिंताओं को नजरअंदाज कर रही है।

इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। एक ASP, दो DSP और आधा दर्जन से ज्यादा थानों के पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद हैं। इसके अलावा BSF की दो टुकड़ियाँ भी तैनात की गई हैं। टिब्बी क्षेत्र में 18 नवंबर से ही धारा 163 लागू है।
