डॉ. मुज़म्मिल के घर से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट और हथियार बरामद, बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश

punjabkesari.in Monday, Nov 10, 2025 - 02:08 PM (IST)

नेशनल डेस्क : हरियाणा के फरीदाबाद जिले के धौज गांव में किराए के एक मकान से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और हथियार बरामद होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और हरियाणा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने उत्तर भारत में संभावित बड़े आतंकी हमले को विफल कर दिया है। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि यह मामला एक संगठित आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा है, जिसके तार सीमा पार तक जुड़े हो सकते हैं।

आदिल की गिरफ्तारी से खुला मामला
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सबसे पहले डॉ. आदिल अहमद राठर को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान आदिल ने नेटवर्क से जुड़े अन्य सदस्यों और उनकी गतिविधियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। इसी सुराग के आधार पर पुलिस ने 30 अक्टूबर को एक और आरोपी डॉ. शकील को हिरासत में लिया। लंबी पूछताछ के बाद शकील ने खुलासा किया कि फरीदाबाद के धौज गांव में उसने बड़ी मात्रा में विस्फोटक और हथियार छिपा रखे हैं। उसके बयान के आधार पर पुलिस उसे रविवार सुबह फरीदाबाद लेकर आई और मकान की पहचान कराई, जिसके बाद कार्रवाई की गई।

मुजम्मिल की गिरफ्तारी
इस ऑपरेशन के आगे बढ़ने पर पुलिस ने एक और आरोपी डॉ. मुजम्मिल को गिरफ्तार किया, जो फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में टीचर था। जांच एजेंसियों का मानना है कि मुजम्मिल इस पूरे आतंकी मॉड्यूल का अहम सदस्य था।

भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद
छापेमारी के दौरान पुलिस को लगभग 360 किलो संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट मिला, जो अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ है और IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने में इस्तेमाल होता है। पुलिस ने बताया कि यह RDX नहीं है, लेकिन इसकी विस्फोटक क्षमता बेहद खतरनाक है। इसके अलावा करीब 5 किलो भारी धातु, 20 टाइमर, बैटरियां, 24 रिमोट, इलेक्ट्रिक वायरिंग और कई इलेक्ट्रॉनिक सर्किट भी बरामद किए गए।

इन सामग्रियों से स्पष्ट है कि आरोपी कई उच्च क्षमता वाले IED तैयार करने की योजना में थे। हथियारों के जखीरे में एक असॉल्ट राइफल (AK-47 जैसी दिखने वाली लेकिन आकार में छोटी), तीन मैगजीन, 84 जिंदा कारतूस, एक पिस्टल, आठ लाइव राउंड और दो खाली कारतूस भी मिले। इसके अलावा 12 सूटकेस, कई वॉकी-टॉकी सेट और अन्य संचार उपकरण भी जब्त किए गए।

बड़ी साजिश के संकेत
जांच एजेंसियों को संदेह है कि गिरफ्तार आरोपी एक सक्रिय आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा हैं, जिनका मकसद उत्तरी भारत में बड़े पैमाने पर हमला करना था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अगर यह विस्फोटक सामग्री समय रहते बरामद नहीं होती, तो एक भीषण आतंकी वारदात हो सकती थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसे “बड़ा ब्रेकथ्रू” बताते हुए कहा कि इस कार्रवाई ने देश में होने वाले एक बड़े हमले को टाल दिया है।

बरामद सभी सामग्रियों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। इंटेलिजेंस एजेंसियां अब इस नेटवर्क की फंडिंग, सीमा पार संपर्क, स्थानीय मददगारों और डिजिटल ट्रेल की पड़ताल कर रही हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) जल्द ही इस केस में शामिल हो सकती है।

पुलिस कमिश्नर ने दी जानकारी
फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर सत्येंद्र गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पिछले कुछ दिनों से हरियाणा, फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम लगातार ऑपरेशन चला रही थी। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी डॉ. मुजम्मिल को 9-10 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था और ऑपरेशन अभी भी जारी है।गुप्ता ने बताया कि हथियार कहां से आए और उन्हें फरीदाबाद तक कैसे पहुंचाया गया, यह जांच का विषय है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से फिलहाल अधिक जानकारी साझा करना संभव नहीं है।


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Content Editor

Shubham Anand

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