Delhi Blast: अभी नहीं टला खतरा! 300 किलो अमोनियम नाइट्रेट अभी भी पहुंच से दूर

punjabkesari.in Wednesday, Nov 12, 2025 - 02:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राजधानी दिल्ली में सोमवार को हुए कार ब्लास्ट मामले में जांच के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। सूत्रों के मुताबिक, देश में अब भी करीब 300 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट मौजूद है, जिसकी तलाश जारी है। जांच में सामने आया है कि फरीदाबाद मॉड्यूल के तहत अब तक करीब 2900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया जा चुका है, लेकिन विस्फोटक की पूरी खेप अभी तक बरामद नहीं हो पाई है।

खतरा अब भी बरकरार
सुरक्षा एजेंसियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती अब बचे हुए 300 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट को ढूंढना है। सूत्रों के अनुसार, बरामद किए गए 2900 किलोग्राम विस्फोटक को देश के अलग-अलग इलाकों से जब्त किया गया है। हालांकि, यह भी आशंका जताई जा रही है कि बाकी विस्फोटक अलग-अलग स्थानों पर छिपाकर रखा गया है। यानी खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। सुरक्षा एजेंसियां देशभर में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।

बांग्लादेश और नेपाल के रास्ते आया विस्फोटक
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार आतंकियों तक यह अमोनियम नाइट्रेट बांग्लादेश और नेपाल के रास्ते भारत पहुंचा था। जांच में यह भी सामने आया है कि यह विस्फोटक किसी फर्टिलाइज़र कंपनी से चोरी किया गया था। भारत में कुल 3200 किलोग्राम की खेप लाई गई थी, जिसमें से अब तक 2900 किलोग्राम बरामद हुआ है। एजेंसियों ने इस पूरे रूट को अलर्ट पर रखा है।

निशाने पर थे अयोध्या और वाराणसी
जांच में यह खुलासा हुआ है कि आतंकी मॉड्यूल के निशाने पर उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थल — विशेष रूप से अयोध्या और वाराणसी थे। गिरफ्तार आतंकी शाहीन ने अयोध्या में सक्रिय स्लीपर मॉड्यूल को एक्टिवेट किया था। इसके अलावा, लाल किला, इंडिया गेट, कांस्टीट्यूशन क्लब, गौरी शंकर मंदिर, प्रमुख रेलवे स्टेशन और बड़े शॉपिंग मॉल्स भी आतंकियों की हिट लिस्ट में शामिल थे।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह आतंकी साजिश जनवरी 2025 से रची जा रही थी। मॉड्यूल ने मुंबई के 26/11 जैसे बड़े हमले की प्लानिंग की थी और 200 से अधिक शक्तिशाली IED तैयार करने की योजना बनाई थी। इनका इस्तेमाल दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद के हाई-प्रोफाइल इलाकों में एक साथ करने की साजिश थी। जांच में यह भी सामने आया है कि इन हमलों के जरिए धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर साम्प्रदायिक तनाव भड़काने की योजना बनाई गई थी।


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Content Editor

Shubham Anand

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