Maharashtra: 'अहंकारी हो गए हैं फडणवीस', 'सामना' में लगे आरोपों पर भड़की BJP, बोली- मर्यादा का ध्यान रखें वर्ना...
punjabkesari.in Saturday, Aug 19, 2023 - 05:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: शिवसेना (यूबीटी) ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनने के बाद से असहिष्णु और अहंकारी हो गए हैं। फडणवीस पूर्व में राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुखपत्र ‘सामना' में प्रकाशित संपादकीय में दावा किया कि फडणवीस पहले सहिष्णु व्यक्ति थे, लेकिन उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद हताशा में वह असहिष्णु और अहंकारी बन गए हैं। सत्तारूढ़ भाजपा ने मराठी दैनिक के संपादकीय में फडणवीस के खिलाफ इस्तेमाल भाषा पर भी आपत्ति जताई है।
मर्यादा का रखना चाहिए ध्यान- बीजेपी
‘सामना' के संपादक शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे हैं, जबकि कार्यकारी संपादक के पद पर पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय राउत हैं। भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि अपने राजनीतिक विरोधियों की आलोचना करते समय मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने ‘सामना'के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की चेतावनी देते हुए कहा कि इसके द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले ‘अपशब्दों'पर रोक लगाने की जरूरत है। महाराष्ट्र में 2014 से 2019 तक भाजपा-शिवसेना गठबंधन की सरकार थी और फडणवीस तब मुख्यमंत्री थे। साल 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर दोनों पार्टियां अलग हो गईं।
जून 2022 में गिर गई एमवीए सरकार
ठाकरे ने बाद में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ मिलकर महा विकास आघाडी (एमवीए) की सरकार बनाई। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 विधायकों के बगावत करने के बाद जून 2022 में एमवीए सरकार गिर गई थी। इसके बाद शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री बने, जबकि फडणवीस को उप मुख्यमंत्री बनाया गया। पिछले महीने राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार अपनी पार्टी के अन्य विधायकों के साथ शिंदे नीत सरकार में शामिल हुए। पवार को भी शिंदे नीत सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
‘सामना' ने जानिए क्या लिखा
‘सामना' ने अपने संपादकीय में लिखा, ‘‘देवेंद्र फडणवीस ने अगर शिवसेना के साथ विश्वासघात नहीं किया होता, तो वह (2019 के विधानसभा चुनाव के बाद) सत्ता में लौटते। हालांकि, दिल्ली में उनकी पार्टी के शीर्ष नेताओं ने उन्हें दरकिनार कर दिया और उन्हें उप मुख्यमंत्री बना दिया।'' संपादकीय में लिखा गया है, ‘‘फडणवीस पहले सहिष्णु थे, लेकिन उप मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद हताशा में असहिष्णु और अहंकारी बन गए हैं...उन्होंने (भाजपा ने) उन्हें अजित पवार के साथ उपमुख्यमंत्री पद साझा करने को कहा, जिससे उनका दुख और बढ़ गया।'' शिवसेना (यूबीटी) ने कहा, ‘‘ यह फडणवीस थे, जिन्होंने कभी कहा था कि वह अजित पवार को जेल भेजेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें सश्रम कारावास की सजा मिले।
लेकिन अब उन्हीं अजित पवार के साथ सत्ता साझा करके फडणवीस वास्तव में क्या कर रहे हैं? ‘सामना' ने लिखा कि जिनपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं और जो महिलाओं पर हमले के आरोपों का सामना कर रहे हैं, वे अब फडणवीस के सहकर्मी है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बावनकुले ने ‘सामना' के संपादकीय में फडणवीस पर निशाना साधने को लेकर शिवसेना (यूबीटी) को आड़े हाथ लिया। उन्होंने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता और पार्टी खोने के बाद वह होश गंवा बैठे हैं।
संजय राउत से बयान दिलवाते हैं उद्धव ठाकरे
नागपुर में संवाददाताओं से बातचीत में बावनकुले ने कहा, ‘‘जब भी शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे किसी की आलोचना करना चाहते हैं, तो वे या तो दैनिक ‘सामना' का इस्तेमाल करते हैं या फिर संजय राउत से बयान दिलवाते हैं।'' उन्होंने आरोप लगाया कि ठाकरे हताश और भ्रमित हैं। बावनकुले ने कहा, ‘‘वह अपनी पार्टी का चुनाव चिह्न तक खो चुके हैं। वह पीड़ा में हैं, क्योंकि सत्ता में वापसी नहीं कर सकते हैं।'' उन्होंने दावा किया कि राकांपा के भाजपा के साथ आने के बाद ठाकरे को अब अहसास हुआ है कि उन्होंने 2019 में फडणवीस के पीठ में छुरा घोंपकर गलती की है।
‘सामना' के खिलाफ दाखिल करेंगे शिकायत
‘सामना' के संपादकीय की भाषा पर आपत्ति जताते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘‘समाचारपत्र में राजनीतिक विरोधियों की आलोचना करने की सीमा होनी चाहिए। हमारे नेता जल्द ही इसपर फैसला लेंगे...मुंबई में प्रदर्शन जैसी स्थिति हो सकती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम इस अखबार के अधिकार और कैसे वह (हमारे खिलाफ) इसका इस्तेमाल कर रहा है, इसपर करीबी नजर रखेंगे। हम ‘सामना' के खिलाफ शिकायत दाखिल करेंगे। ‘सामना' द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे अपशब्दों पर रोक लगाने की आवश्यकता है। हम स्थिति स्पष्ट करेंगे।''