राष्ट्रपति के चुनाव में कौन करता है धन की व्यवस्था

punjabkesari.in Wednesday, May 25, 2016 - 03:29 PM (IST)

इसमें दो राय नहीं कि चुनाव चाहे किसी भी पद के लिए हो अभियान को चलाने में धन की भूमिका अहम होती है। अमरीका की डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बर्नी सैंडर्स ने एक बार कहा था कि यदि वह राष्ट्रपति का चुनाव जीत गए तो राजनीति में बड़े पैमाने पर धन के खर्च करने के चलन को समाप्त कर देंगे। दूसरी ओर, रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप अपनी दौलत को पानी की तरह चुनाव में बहा रहे हैं। इस समय मैदान में जितने उम्मीदवार बचे हैं उनके बारे में बीबीसी न्यूज के साभार से अहम जानकारी प्रस्तुत की जा रही है कि इन लोगों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए धन की व्यवस्था कैसे की।

अमरीकी संघीय चुनाव कानून के सभी उम्मीदवारों के लिए निर्देश हैं​ कि वे अपने अभियान में कितना धन खर्च करते हैं इसका पूरा ब्यौरा संघीय चुनाव समिति को देंगे। इससे यह पता चलेगा कि उस धन का स्रोत क्या है। इस रिपोर्ट में वह धन शामिल नहीं होगा जिसे बाहरी समूह सहायता के तौर पर देंगे। चुनाव अभियान में दान राशि देने वाले लोगों को कानूनी तौर पर उम्मीदवार से संपर्क करने की अनुमति होगी, पर उनकी यह राशि 2,700 डॉलर प्रति उम्मीदवार से अधिक नहीं होनी चाहिए। 

चुनाव मैदान में डटे मुख्य उम्मीदवारों को दानरशि के रूप में कितना धन मिला एक नजर इस पर डालते हैं :—

हिलेरी क्लिंटन ने कुल 130,443,637 डॉलर बटोरे

अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में खर्च करने के लिए धन की व्यवस्था कहां से की गई, इस पर कुछ उम्मीदवारों की आलोचना की गई। इनमें सबसे पहले नंबर आता हे हिलेरी क्ल्रिटन का। उन्हीं की पार्टी के प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स प्राय: सवाल उठाते रहे हैं कि वॉल स्ट्रीट पर राजनीति का प्रभाव है। बड़े-बड़े बैंकोें से क्लिंटन की साठ गांठ ने उन्हें बड़ी मात्रा में धन दिलाया। यह सही है कि हिलेरी को बैंकर्स से पर्याप्त मात्रा मे धन मिला जबकि वकीलों से उससे अधिक मिला। 

हिलेरी क्लिंटन को वकीलों और लॉ फर्म्स से 11 मिलियन डॉलर मिले और ऐसी बड़ी फर्म्स में काम करने वाले सात अधिकारियों ने 1.33 मिलियन डॉलर दान के तौर पर दिए। इसके अलावा 4 ​मिलियन डॉलर देकर व्यवसायिक बैंकों और निवेश से जुड़े उद्योगों ने भी अपना योगदान ​किया। मंदी के समय से वित्त के इस क्षेत्र का खूब विकास हुआ था। चुनाव अभियान में बड़े कॉरपोरेट और बैंकों ने छाया संगठनों के रूप में काम किया। इनमें हेडगे फंड्स, म्यूचल फंड्स ओर सीमित देनदारी वाली कंपनियां थीं। मंदी के समय से वित्त के इस क्षेत्र ने उल्लेखनीय तरीके से विकास किया। यह वैकल्पिक ऋणदाता के रूप में उभर कर सामने आए और इन्होंने कई उम्मीदवारों की सहायता की। क्लिंटन उन कुछ उम्मीदवारों में से थीं जिन्होंने अपने भाषणों में छाया बैंकों का जिक्र करते हुए इन्हें नियंत्रित करने कर बात कही थी। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि अगले वित्तीय संकट के लिए कहीं यही छाया बैंक मुख्य कारण न बन जाएं।

बर्नी सैंडर्स को​ मिले 96,311,423 डॉलर

छोटी-छोटी धनराशि के साथ बर्नी सैंडर्स को खूब वित्तीय सहायता मिली थी। उन्होंने वॉल स्ट्रीट की आलोचना करते हुए उसे कॉरपोरेट दानदाता बताया था। सैंडर्स ने टूरिंग फार्मास्यूटीकल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से दान लेने से मना कर दिया था, क्यों कि इसके लिए उन्होंने अपनी एक दवा का 5 हजार प्रतिशत मूल्य बढ़ा दिया था। सैंडर्स कुछ ऐसे समूहों से धन लेने में कामयाब हो गए जिनसे उम्मीद नहीं थी। उन्होंने 2015 में बेरोजगारों से 14 मिलियन डॉलर एकत्रित किए थे। सैंडर्स ने कहा था कि उनके पास सुपर पैक यानि PAC पोलिटिकल एक्शन कमेटी नहीं हैं। वह विश्वास करते हैं कि जिन चुनाव अभियानों मे राजनीतिज्ञ अंधाधुंध धन खर्च करते हैं उनमें भाग जरूर लें, इससे पता चलेगा कि अर्थव्यवस्था को कैसे संवारा जा सकता है। कुछ पंजीकृत सुपर पैक भी थे जिन्होंने बर्नी सैंडर्स को समर्थन किया था। इसमें नर्सों की नेशनल यूनियन शामिल थी। इसने उन्हें 2.3 मिलियन डॉलर्स की मदद की।

डोनाल्ड ट्रंप ने पाए 25,526,319 डॉलर

बर्नी सैंडर्स की तरह अरबपति व्यापारी ट्रंप की अपील ने धनराशि को एकत्र करने में उनकी बड़ी सहायता की। उन्होंने मीडिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। उसके माध्यम से अपने संदेश का प्रचार किया, न कि टीवी पर महंगे विज्ञापन देकर। उनके अभियान ने पहले 25 मिलियन डॉलर एकत्र किए, फिर व्यक्तिगत रूप से दान देने वालों से 7.5 मिलियन डॉलर दिए। इसके बाद स्वास्थ्य क्षेत्र के पेशेवर और रियल इस्टेट से जुड़े लोग सबसे अधिक सक्रिय रहे। ट्रंप ने अपना धन भी चुनाव अभियान में लगाया जिससे दूसरे लोगों से बड़ी मात्रा में धन प्राप्त हुआ। उनका अपना धन ऋण के रूप में था, जिसे वह चाहें अन्य दानराशि से चुकाएं या अपनी जेब से। अब तक उन्होंने अपने अभियान पर 250,318 डॉलर खर्च किए हैंं।

आश्चर्य की बात है कि जमीनी स्तर के लोगों ने भी ट्रंप को दान दिया। उनका नारे  ''अमरीका को फिर महान बनाना है,'' एक समर्थक को इतना पसंद आया कि उसने इसे ट्रेडमार्क के लिए आवेदन कर दिया — ईसाईयत को फिर महान बनाना है।

हैरान करने वाले कुछ तथ्य

रिटायर्ड लोगों ने भी सभी उम्मीदवारों का दान एकत्र करने के लिए अपना समूह बनाया। इनमें से कुछ ने अच्छा प्रदर्शन किया। हिलेरी को इसके तहत 12 मिलियन डॉलर मिले। इसके साथ ही बर्नी सैंडर्स को योग शिक्षकों से 209 दान मिले, जबकि हिलेरी को 73 दान मिले थे। इनमें ट्रंप भी पीछे नहीं रहे। उन्हें 432,143 डॉलर प्राप्त हुए। 

ट्रंप ने भी किया था दान

मजे की बात है कि पिछली बार इस चुनाव के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने भी कुछ राजनेताओं को दानराशि दी थी। इनमें रिपब्लिकन पार्टी के टेड क्रूज 5000 डॉलर और डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को उन्होंने 700 डॉलर दिए थे।


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