जयशंकर ने पश्चिमी मीडिया को जमकर लगाई लताड़, कहा- भारत के चुनाव  में इतनी दिलचस्पी क्यों ?

punjabkesari.in Thursday, Apr 25, 2024 - 04:10 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक कार्यक्रम के दौरान भारत की आलोचना करने पर पश्चिमी मीडिया को  जमकर खरी-खरी सुनाई । हैदराबाद में  आयोजित इस  कार्यक्रम  में अपने संबोधन में जयशंकर ने पश्चिमी मीडिया की निंदा करते हुए कहा," पश्चिमी मीडिया भारत के चुनावों में अपने आप को राजनीतिक खिलाड़ी समझता है।"  उन्होंने कहा, "हम  पश्चिमी मीडिया में  भारत के खिलाफ उठने वाली आवाजों से वाकिफ हैं। अगर  पश्चिमी मीडिया लोकतंत्र की आलोचना करता हैं तो इसकी वजह जानकारी की कमी नहीं बल्कि वो जानबूझ कर ऐसा करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इसका भारत के चुनाव पर असर पड़ेगा।"

 

जयशंकर ने कहा है कि गर्मी के बावजूद भारत में जितना मतदान होता है वो पश्चिमी देशों के सबसे बड़े वोटिंग रिकॉर्ड से भी ज्यादा है।  जयशंकर ने   विदेशी मीडिया आउटलेट में छपे एक आर्टिकल का  जिक्र करते हुए  कहा, "एक लेख में लिखा था कि भारत में इतनी गर्मी है, वे इस समय चुनाव क्यों करा रहे हैं ? तो इसका जवाब है कि इस गर्मी में भी भारत में जितना मतदान होता है वो आपके सबसे बड़े वोटिंग रिकॉर्ड से भी ज्यादा है।" "भारत की राजनीति अब वैश्विक स्तर पर पहुंच रही है। विदेशी मीडिया को लगता है कि उन्हें इसमें दखल देने की जरूरत है लेकि अब समय आ गया है कि हम उनका यह भ्रम दूर कर दें। ऐसा सिर्फ आत्मविश्वास के जरिए किया जा सकता है।"

 

 जयशंकर की यह प्रतिक्रिया 2 दिन पहले अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा ह्यूमन राइट्स पर जारी  रिपोर्ट के बाद आई है  जिसमें आरोप लगाया गया था कि भारत सरकार ने उन मीडिया आउटलेट्स पर दबाव डाला जो सरकार की आलोचना करते हैं। 2023 में, रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने अपने प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत को 180 देशों में से 161वां स्थान दिया। इस सर्वे पर कई सवाल भी उठाए गए थे कि भारत तालिबान के शासन वाले अफगानिस्तान से नीचे कैसे आ गया। हालांकि भारत सरकार ने इन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया था। सरकार ने कहा था कि यह सब राजनीतिक मकसद से किया गया है।

 

पश्चिमी मीडिया के अलावा कांग्रेस पर भी 2008 के मुंबई हमले के बाद एक्शन न लेने का आरोप लगाया । जयशंकर ने कहा, "2008 के हमले के बाद UPA सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया। हम हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहे। ऐसा इसलिए क्योंकि UPA सरकार का मानना था कि पाकिस्तान पर हमला न करना देश के लिए ज्यादा फायदेमंद है।"


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Content Writer

Tanuja

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