पीएम मोदी से मिले एकनाथ शिंदे, डेढ़ घंटे तक जानें क्या हुई चर्चा
punjabkesari.in Saturday, Oct 25, 2025 - 02:49 PM (IST)
नेशनल डेस्क : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निवास पर पहुंचकर उन्हें दीपावली और नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर शिंदे ने प्रधानमंत्री को शाल, पुष्पगुच्छ और संत तुकाराम महाराज की मूर्ति भेंट की। बैठक के दौरान केंद्र और राज्य सरकार के बीच कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई, जिसे राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी घटक दलों से विचारों के साथ मजबूती से जुड़े रहने और गठबंधन को और सशक्त बनाने का आह्वान किया। उन्होंने शिंदे परिवार को भी दीपावली की शुभकामनाएं दीं। बैठक में केंद्र-राज्य सहयोग और आगामी परियोजनाओं की रणनीतियों पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
महायुति और एनडीए विकास के लिए प्रतिबद्ध: शिंदे
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि महायुति और एनडीए विकास के एजेंडे पर एकजुट हैं। आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के संदर्भ में उन्होंने बताया कि सीट बंटवारे और रणनीति पर अंतिम निर्णय वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिया जाएगा। उन्होंने इन चुनावों को ‘जमीनी स्तर के चुनाव’ करार दिया। साथ ही, कांग्रेस विधायक रवींद्र धांगेकर और भाजपा नेता मुरलीधर मोहोल के बीच चल रहे विवाद पर टिप्पणी करते हुए शिंदे ने गठबंधन के भीतर संयम बरतने की अपील की।
Maharashtra Deputy CM Eknath Shinde met PM Narendra Modi in Delhi
— ANI (@ANI) October 25, 2025
(Source: Office of Eknath Shinde) pic.twitter.com/bLAD80xBj7
‘मोदी का मिशन’ पुस्तक का विमोचन
शुक्रवार को मुंबई के राजभवन में ‘मोदी का मिशन’ नामक बधाई ग्रंथ का विमोचन समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और विधान परिषद के सभापति राम शिंदे मौजूद थे। समारोह में सभी वक्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धियों की जमकर सराहना की।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने भगवद् गीता के श्लोक ‘यदा यदा हि धर्मस्य’ का उल्लेख करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी केवल भारत के प्रधानमंत्री ही नहीं, बल्कि एक विचार, आध्यात्मिक शक्ति, प्रेरणा और राष्ट्र का गौरव हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जैसे व्यक्तित्व का नेतृत्व ईश्वरीय कृपा से ही संभव है।
