मोहन भागवत बोले- जातियों और संप्रदायों से पैदा हुआ विभाजन, हमें फिर एक होने की जरूरत

punjabkesari.in Saturday, Apr 15, 2023 - 06:55 AM (IST)

अहमदाबादः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को यहां एक समारोह में कहा कि भारत आर्थिक रूप से प्रगति कर रहा है लेकिन उसकी पश्चिमी और उत्तरी सीमाएं इतनी सुरक्षित नहीं हैं कि लोग शांति से सो सकें। भागवत ने किसी देश का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका परोक्ष इशारा पाकिस्तान और चीन की ओर माना जा रहा है। 

आज हमारा देश प्रगति कर रहा है- भागवत
भागवत ने आरएसएस के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘आज हमारा देश प्रगति कर रहा है। इसकी साख, महत्व और संपदा भी बढ़ रही है। लोगों के बीच देशभक्ति का प्रसार साफ दिखाई दे रहा है और यही कारण है कि हमें जी20 का नेतृत्व (अध्यक्षता) मिला है। हालांकि, कई चुनौतियां हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पश्चिमी और उत्तरी सीमाएं इतनी सुरक्षित नहीं हैं कि हम शांति से सो सकें। हमारे जवानों को चौकन्ना रहना होगा और हमें (नागरिकों को) भी चौकन्ना रहना होगा।'' 

हमने आर्थिक रूप से प्रगति की है, लेकिन देश से गरीबी खत्म नहीं हुई- भागवत
संघ प्रमुख ने कहा कि निहित स्वार्थ वाले कुछ लोग कई तरीकों से भारत को कलंकित करने का प्रयास कर रहे हैं और जब हम प्रगति कर रहे हैं तो ऐसी ताकतों से बौद्धिक लड़ाई लड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने आर्थिक रूप से प्रगति की है, लेकिन देश से गरीबी खत्म नहीं हुई है। हमें इन चुनौतियों से लड़ना होगा।'' भागवत ने कहा कि हमारे समाज को इन चुनौतियों से निपटने के लिए संगठित होना पड़ेगा। 


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Content Writer

Pardeep

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