Operation Sindoor के दौरान शहीद हुए दिनेश शर्मा, एयर स्ट्राइक से पहले 10:30 बजे दोस्त को किया था आखिरी कॉल
punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 10:10 AM (IST)

नेशनल डेस्क. भारतीय सेना ने 7 मई को पाकिस्तान के Pok में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें हरियाणा के पलवल जिले के मोहम्मदपुर गांव के लाल लांस नायक दिनेश शर्मा शहीद हो गए। दिनेश शर्मा की शहादत से पूरे गांव में शोक की लहर है। शहीद के पिता दयाचंद शर्मा ने अपनी आंखों में आंसू लेकर बताया कि उनके पांच बेटे थे, जिनमें से तीन अभी भी सेना में सेवा दे रहे थे। दिनेश सबसे बड़े बेटे थे और सीमा पर शहीद हो गए।
दिनेश के छोटे भाई पुष्पेंद्र ने बताया कि दो दिन पहले दिनेश से फोन पर बात हुई थी, तब उसने परिवार के बारे में पूछा था। दिनेश के करीबी दोस्त प्रदीप ने भी बताया कि दिनेश ऑपरेशन पर जाने से पहले रात करीब 10:30 बजे उनसे बात कर रहा था और उसे बताया कि वह ऑपरेशन के लिए निकल रहा है। प्रदीप ने उसे फोन काटने के लिए कहा, क्योंकि ऑपरेशन के दौरान फोन की लाइट से समस्या हो सकती थी।
शहीद दिनेश शर्मा की शहादत की कहानी
दिनेश शर्मा आर्टिलरी डिवीजन 5 मीडियम में तैनात थे। पाकिस्तान के आतंकी सैनिकों ने फायरिंग की थी, जिसमें दिनेश शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी सांसें थम गईं और वे शहीद हो गए। दिनेश के चचेरे भाई मुकेश भी सेना में सेवा कर रहे हैं, जब उन्हें भाई की शहादत की खबर मिली, तो वह तुरंत अपने पैतृक गांव पहुंचे और शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुकेश ने बताया कि दिनेश हमेशा देश की सेवा में जुटे रहते थे और उनकी शहादत से परिवार गर्व महसूस करता है, हालांकि गहरा दुख भी है।
गांव में शोक का माहौल
दिनेश शर्मा की शहादत की खबर सुनकर पूरा मोहम्मदपुर गांव शोक में डूब गया है। गांव में एक गहरी उदासी छाई हुई है और हर कोई शहीद के परिवार के साथ अपनी संवेदनाएं प्रकट कर रहा है। दिनेश शर्मा के बलिदान को सभी सम्मान दे रहे हैं और उनका नाम हमेशा याद रखा जाएगा।
पारिवारिक योगदान और देशभक्ति का प्रतीक
शहीद दिनेश शर्मा के परिवार का देशसेवा में गहरा योगदान है। उनके दो भाई सेना में सेवा दे रहे हैं, जबकि उनका चचेरा भाई भी सेना की मेडिकल विंग में है। इस परिवार के लिए दिनेश की शहादत एक बड़ा आघात है, लेकिन वह जानते हैं कि उनका बेटा और भाई देश की रक्षा करते हुए अपने कर्तव्यों को निभा गया।
सम्बंधित व्यक्तियों की प्रतिक्रिया
दयाचंद शर्मा ने कहा कि उनकी शहादत पर परिवार को गर्व है, क्योंकि वह देश के लिए शहीद हुए। उन्होंने यह भी बताया कि उनका परिवार हमेशा भारतीय सेना के साथ खड़ा रहेगा और इस बलिदान को सदा याद रखेगा।