दुबई नहीं, ये देश है दुनिया का सबसे सस्ता गोल्ड मार्केट, भारत यहीं से करता है 40% सोने की खरीद
punjabkesari.in Saturday, Aug 09, 2025 - 07:24 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में सोने की चमक सिर्फ उसकी खूबसूरती या आभूषणों तक सीमित नहीं है- यह परंपरा, पूंजी और सुरक्षा का प्रतीक भी है। शादी-ब्याह, तीज-त्योहार या फिर निवेश की योजना हो, भारतीय परिवारों के लिए सोना एक अहम हिस्सा रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में जितना सोना इस्तेमाल होता है, उसका बड़ा हिस्सा विदेशी धरती से आता है? और सबसे ज़्यादा सोना आता है - स्विट्ज़रलैंड से!
भारत की सोने पर निर्भरता: मांग ज्यादा, उत्पादन कम
भारत में सोने की मांग दुनिया में सबसे ज्यादा मानी जाती है, लेकिन घरेलू उत्पादन बेहद सीमित है। यही कारण है कि देश को हर साल भारी मात्रा में सोना आयात करना पड़ता है। यह आयात हमारी अर्थव्यवस्था के ट्रेड बैलेंस पर भी असर डालता है। 2024-25 के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, भारत द्वारा आयात किए गए कुल सोने का लगभग 40% हिस्सा केवल स्विट्ज़रलैंड से आता है। लेकिन आखिर ऐसा क्या खास है स्विस गोल्ड में?
क्यों खास है स्विट्ज़रलैंड का सोना?
स्विट्ज़रलैंड दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित गोल्ड रिफाइनिंग हब माना जाता है। यहां की रिफाइनरियां तकनीकी रूप से इतनी उन्नत हैं कि वे उच्चतम शुद्धता वाला सोना तैयार करती हैं। लेकिन सिर्फ शुद्धता ही नहीं, स्विट्ज़रलैंड की भूमिका एक वैश्विक ट्रांजिट हब के रूप में भी है, जहां से दुनिया के अन्य हिस्सों में भी सोने की आपूर्ति की जाती है।
स्विस गोल्ड को भारत में पसंद किए जाने के पीछे कई कारण हैं:
- विश्वसनीय क्वालिटी
- स्टेबल पॉलिटिकल और इकोनॉमिक सिस्टम
-लो टैक्स एंड ड्यूटी स्ट्रक्चर (भारत की तुलना में)
- ग्लोबल मान्यता और ब्रांड वैल्यू
यही वजह है कि भारतीय व्यापारी और आभूषण निर्माता स्विट्ज़रलैंड से सोने की खरीद को प्राथमिकता देते हैं।
स्विट्ज़रलैंड के अलावा और कौन-कौन से देश हैं सोने के स्रोत?
स्विट्ज़रलैंड के अलावा भारत कुछ अन्य प्रमुख देशों से भी सोने का आयात करता है। इन देशों में शामिल हैं:
1. संयुक्त अरब अमीरात (UAE) – करीब 16% सोना यहाँ से आता है
दुबई के विशाल गोल्ड मार्केट और कर-मुक्त वातावरण ने इसे भारत के लिए दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड सप्लायर बना दिया है।
2. दक्षिण अफ्रीका – परंपरागत रूप से सोने का बड़ा उत्पादक
यहां से भारत को स्थिर सप्लाई मिलती रही है।
3. गिनी और पेरू – हाल के वर्षों में उभरे हैं नए सोर्स
इन देशों में बढ़ती माइनिंग एक्टिविटी के चलते भारत इन्हें भी इम्पोर्ट नेटवर्क में शामिल कर रहा है।
कौन-कौन से देश हैं जहाँ सोना भारत से सस्ता है?
भारत में सोना महंगा होने के पीछे कई कारण हैं—जैसे कि उच्च आयात शुल्क (12.5% तक), GST (3%), और ट्रांसपोर्ट/इंश्योरेंस कॉस्ट। इन टैक्सेस के चलते कई निवेशक और व्यापारी उन देशों की ओर रुख करते हैं, जहाँ गोल्ड तुलनात्मक रूप से सस्ता मिलता है।
ये हैं कुछ प्रमुख देश जहाँ से सस्ता सोना मिल सकता है:
देश कारण
ऑस्ट्रेलिया विश्व का बड़ा प्रोड्यूसर, लोकल कीमतें कम
सिंगापुर निवेश योग्य गोल्ड पर कोई GST नहीं
स्विट्ज़रलैंड क्वालिटी और ट्रेड फ्रेंडली टैक्स पॉलिसी
दुबई (UAE) टैक्स-मुक्त खरीदारी और विशाल बाजार
इंडोनेशिया उत्पादन बढ़ा, कीमतें किफायती
मौजूदा गोल्ड प्राइस ट्रेंड: क्या है तेजी की वजह?
भारत में हाल के महीनों में सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखी जा रही है। इसके पीछे कई वैश्विक कारण हैं:
डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता (खासकर अमेरिका में चुनावी अस्थिरता और टैरिफ विवाद)
केंद्रीय बैंकों की सोना खरीदने की रणनीति
शेयर बाजार में गिरावट से सुरक्षित निवेश की ओर रुझान
इन सभी कारणों के चलते निवेशकों की नज़र फिर से गोल्ड पर टिक गई है।