दिल्ली का मुख्यमंत्री नवनिर्वाचित विधायकों में से चुना जाना चाहिए : भाजपा नेताओं का एक वर्ग
punjabkesari.in Monday, Feb 10, 2025 - 10:51 PM (IST)
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नेशनल डेस्क : भाजपा नेताओं के एक वर्ग ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच सोमवार को कहा कि इस शीर्ष पद के लिए चयन पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों में से किया जाना चाहिए। पांच फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली में अपनी सरकार बनाने जा रही है। शनिवार को घोषित परिणामों में, पार्टी ने 70 में से 48 सीट जीतकर आम आदमी पार्टी (आप) को सत्ता से बाहर कर दिया। उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘नए मुख्यमंत्री का चयन पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों में से किया जाना चाहिए।''
उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित विधायकों में कई सक्षम नेता हैं, जिनमें प्रदेश भाजपा के दो पूर्व अध्यक्ष, पार्टी के एक राष्ट्रीय सचिव और कई पूर्व प्रदेश पदाधिकारी शामिल हैं, जिन्हें लंबा राजनीतिक अनुभव है। भाजपा की दिल्ली इकाई के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने भी (पार्टी के) नवनिर्वाचित विधायकों में से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाने की वकालत करते हुए कहा कि इससे पार्टी को मिले जनादेश का सम्मान होगा। उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा का उदाहरण देते हुए कहा कि अतीत में भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने ऐसी मिसाल कायम की हैं। वरिष्ठ नेता ने कहा कि मल्होत्रा उस समय लोकसभा सदस्य थे जब उन्हें 2008 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था।
हालांकि, उस चुनाव में भाजपा की हार के बाद, उन्होंने संसद सदस्य बने रहने के बजाय विधानसभा में विपक्ष का नेता बनने का विकल्प चुना था। भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 15 फरवरी के आसपास विदेश यात्रा से लौटने के बाद सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने रविवार को पार्टी विधायकों के साथ बैठक के लिए उपराज्यपाल से समय मांगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा में सदन का नेता चुनने के लिए भाजपा विधायक दल की बैठक की तारीख अभी तय नहीं हुई है।
भाजपा 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में लौटी है। पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप' के 10 साल के राजनीतिक प्रभुत्व को तोड़ दिया। भाजपा मुख्यमंत्री पद के लिए किसे चुनेगी, इसे लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। जाति, समुदाय, लिंग और क्षेत्रीय संबद्धता के आधार पर कई नाम चर्चा में हैं। नवनिर्वाचित विधायकों में, राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा का जाट चेहरा प्रवेश वर्मा, जिन्होंने नई दिल्ली सीट पर केजरीवाल को हराया, तथा प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और सतीश उपाध्याय का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे बताया जा रहा है।
इस पद के लिए अन्य संभावितों में पार्टी के वरिष्ठ नेता आशीष सूद और पवन शर्मा शामिल हैं, जो क्रमशः जनकपुरी और उत्तम नगर से चुनाव जीते हैं। कुछ नेताओं का मानना है कि पार्टी रेखा गुप्ता और शिखा राय जैसी अपनी महिला विधायकों पर भी दांव लगा सकती है। लक्ष्मी नगर से विधायक अभय वर्मा, जो पूर्वांचली नेता हैं, भी इस शीर्ष पद के दावेदारों में शामिल हैं।